पूरी दुनिया के बाजारों में उथल-पुथल है, शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए, आज सोमवार की सुबह खुले एशियाई बाजारों पर भी दबाव दिख रहा है. चीन, जापान के बाजार टूटे हुए हैं. GIFT निफ्टी में भी कमजोरी है. इसलिए ग्लोबल हैंडओवर ज्यादा अच्छा नहीं है. जिसकी वजह से आज भारतीय बाजारों पर दबाव दिख सकता है. हालांकि भारत के पक्ष में एक अच्छी खबर यही है कि कच्चा तेल डेढ़ साले के निचले स्तर पर फिसल गया है. अमेरिका की 10 साल की बॉन्ड यील्ड 3.74% पर टिकी हुई है. अमेरिकी डॉलर इंडेक्स 101.17 पर बिल्कुल सपाट है.
सितंबर का महीना अमेरिकी बाजारों के लिए अच्छा नहीं रहता है, ये अभी तक साबित हुआ है. स्लोडाउन के डर की वजह से पिछले हफ्ते डाओ जोंस करीब 3%, S&P500 4.3% और नैस्डैक 5.8% गिरा है. जबकि शुक्रवार को डाओ जोंस में 410 अंकों (-1.01%) की भारी भरकम गिरावट रही है, नैस्डैक में 437 अंकों (-2.55%) और S&P500 में 95 अंकों (-1.73%) की बड़ी गिरावट देखने को मिली. दरअसल, ये गिरावट डेटा आधारित है.
शुक्रवार को अमेरिका के कुल जॉब्स डेटा आए, अगस्त में कुल 1.42 लाख नौकरियां पैदा हुईं, जबकि अनुमान 1.65 लाख का था. यानी अनुमान से काफी कम ये आंकड़ा रहा. जबकि बेरोजगारी की दर 4.3% से गिरकर 4.2% रही है. इससे ये साफ दिख रहा है कि बाजार को मंदी का डर सता है.
जिसकी वजह से इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. अब अमेरिकी बाजार की नजरें 18 सितंबर को आने वाली फेड की पॉलिसी पर टिक गई है. हालांकि ये सब मानकर चल रहे हैं कि दरों में कटौती होगी, लेकिन ये कटौती कितनी होगी, बहस अब इस बात पर शुरू हो गई है. कई एनालिस्ट्स ये मानकर चल रहे हैं कि 50 बेसिस प्वाइंट की कटौती होगी. इसलिए अगर इससे कम रेट कट होता है तो बाजारों में आगे भी गिरावट की आशंका जताई जा रही है.
GIFT निफ्टी में 70-80 अंकों की गिरावट है और ये 25,000 के नीचे फिसल गया है. जापान का बाजार निक्केई आज सुबह करीब 950 अंकों की भारी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा था, फिलहाल इसमें थोड़ी सी रिकवरी देखने को मिली है. जापान के बाजार में इस गिरावट के पीछे वजह है उसका GDP डेटा, जो कि अनुमान से कम आया है.
जापान की दूसरी तिमाही में GDP ग्रोथ 2.9% रही है, जबकि अनुमान 3.2% का था. चीन का बाजार शंघाई कंपोजिट 1% टूटा हुआ है, हॉन्ग कॉन्ग का बाजार हैंग सेंग 300 अंकों (-1.8%) की बड़ी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहा है और कोरिया का बाजार कोस्पी भी 1% से ज्यादा कमजोर है.
पिछले हफ्ते शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमतों में बड़ी गिरावट आई थी और ये डेढ़ साल के निचले स्तर पर फिसल गया था. फिलहाल ब्रेंट क्रूड में रिकवरी हैस लेकिन अब भी ये 72 डॉलर के नीचे ट्रेड कर रहा है, WTI क्रूड 68.60 डॉलर प्रति बैरल के इर्द-गिर्द घूम रहा है. सोने और चांदी की कीमतों में ज्यादा हलचल नहीं है. सोना 2,526 डॉलर प्रति आउंस पर टिका हुआ है. चांदी वायदा भी 28.38 डॉलर प्रति आउंस पर है.
RBM Infracon: कंपनी को ONGC से 3,498 करोड़ रुपये का सर्विस ऑर्डर मिला है
Mazagon Dock: कंपनी को ONGC से 1,486 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला है
Bajaj Finserv: बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस का जून के लिए 1,736.23 करोड़ रुपये का ग्रॉस डायरेक्ट प्रीमियम रहा है. बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस का कुल नया बिजनेस प्रीमियम 952.52 करोड़ रुपये रहा है.
Nazara Technologies: कंपनी ने पेपरबोट में 300 करोड़ रुपये में 48.42% हिस्सेदारी हासिल कर ली है. कंपनी ने पहली किश्त के तौर पर 225 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है.
Suzlon Energy: कंपनी ने रेनॉम की 51% इक्विटी शेयर पूंजी का अधिग्रहण पूरा किया. इसके बाद रेनॉम अब कंपनी की सब्सिडियरी कंपनी बन गई है