देश के सबसे बड़े शेयर बाजार के CEO आशीष कुमार चौहान (Ashish Kumar Chauhan) ने कहा कि वो NSE के IPO की लिस्टिंग की योजना को आगे बढ़ाने के लिए SEBI की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं.
चौहान ने शुक्रवार को ब्लूमबर्ग टेलीविजन को दिए एक इंटरव्यू में कहा, कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया (NSE) के IPO को 2016 में शुरुआती फाइलिंग के बाद से ही देरी का सामना करना पड़ा है. NSE ने 2016 में SEBI के पास IPO का ड्राफ्ट पेपर फाइल किया था. SEBI ने उसे मंजूरी भी दे दी थी, लेकिन 2019 में NSE के ड्राफ्ट को लौटा दिया गया था. NSE को फिर से आवेदन करने के लिए SEBI की मंजूरी की जरूरत है.
चौहान ने कहा कि मार्केट रेगुलेटर से NoC नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट मिलने के बाद ही हम अपने कागज तैयार कर पाएंगे, और इसमें कुछ समय लगेगा.
SEBI ने शुरू में NSE की लिस्टिंग की योजना को रोक दिया क्योंकि एक्सचेंज कुछ विवादों में फंस गया था. एक्सचेंज ने SEBI की आपत्तियों को दूर कर दिया है और पिछले महीने इन सभी आरोपों से मुक्त हो गया है.
IPO की उम्मीद में केवल चार महीनों में NSE का वैल्यूएशन दोगुना हो गया है. NSE का मौजूदा वैल्यूएशन $36 बिलियन से अधिक है, जो इसे CBOE ग्लोबल मार्केट्स, जापान एक्सचेंज ग्रुप और सिंगापुर एक्सचेंज से भी बड़ा है.