लोकसभा चुनाव की वोटिंग के बाद आए तमाम एग्जिट पोल्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में BJP की जीत की भविष्यवाणी के बाद सोमवार को मार्केट खुला तो काफी तेजी देखी गई, लेकिन लाखों इन्वेस्टर्स सेंसेक्स और निफ्टी में आई तेजी का फायदा नहीं उठा पाए.
लोकप्रिय ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म जीरोधा (Zerodha) और ग्रो (Groww) में आई तकनीकी दिक्कतों के चलते लाखों निवेशकों को निराशा हाथ लगी. कई इन्वेस्टर्स ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट X पर अपने गुस्से का इजहार किया और शिकायतों का अंबार लग गया. दोनों ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म के 1.73 करोड़ से ज्यादा ग्राहक हैं.
सोमवार को सेंसेक्स करीब 3% बढ़कर 76,738.89 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 50 ने भी 23,338.70 के ऐतिहासिक उच्च स्तर को छुआ, जो संभावित चुनावी नतीजों को लेकर बाजार का उत्साह दिखाता है. हालांकि, जीरोधा और ग्रो के यूजर्स खासे निराश दिखे.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्रेडर्स ने आज के बुरे अनुभव को लेकर निराशा जताई. फिनट्री नाम से अकाउंट चलाने वाले यूजर्स ने ग्रो और जीरोधा के डाउनटाइम के बारे में लिखा, जिसमें उन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की उपयोगिता पर सवाल उठाया गया जो महत्वपूर्ण मार्केट मूवमेंट के दौरान ट्रेडिंग में फेल रहते हैं. उन्होंने लिखा, 'क्या फायदा, जब प्रॉफिट में पोजीशन बेचने ही ना दो.'
एक अन्य यूजर्स ने तुरंत ट्रेड नहीं कर पाने के चलते वित्तीय नुकसान पर दु:ख जताया और इसे Groww की ऐप डेवलपमेंट टीम की अक्षमता (Incompetence) के लिए जिम्मेदार ठहराया.
उन्होंने लिखा, 'यदि आप एक ऐसा ऐप डेवलप नहीं कर सकते जो ठीक से काम करे, तो ग्राहकों को धोखा देने की क्या जरूरत है? करोड़ों रुपये का नुकसान सिर्फ इसलिए हो जाता है, क्योंकि ऐप ठीक से काम नहीं करता और निवेशक सही समय पर शेयर नहीं बेच पाते.'
इसी तरह, एक अन्य यूजर्स (@_PreScribbles) ने Groww की अविश्वसनीयता को लेकर आलोचना की और इसे महत्वपूर्ण मार्केट ओपनिंग के दौरान फेल होने को लेकर इसे 'बेकार ऐप' करार दिया.
Zerodha और Groww दोनों ने ही तकनीकी गड़बड़ी या निवेशकों के डाउनटाइम के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है. दोनों प्लेटफॉर्म लाखों इन्वेस्टर्स के लिए ट्रेडिंग का साधन हैं. Zerodha का यूजर बेस 73.93 लाख है, जबकि Groww का यूजर बेस 99.31 लाख है.