जोमैटो (Zomato) एमके ग्बोबल फाइनेंशियल सर्विसेज का महीने का आइडिया है. क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म को कैलेंडर ईयर 2025 के आखिरी छह महीनों के दौरान डिस्क्रेशनरी डिमांड (Discretionary Demand) में रिकवरी से फायदा होगा. इसके अलावा डिजिटल डिसरप्टर्स कंज्यूमर बिजनेस में ज्यादा वैल्यू लेंगे.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के मुताबिक जोमैटो के मैनेजमेंट को इससे पहले प्रतिद्वंद्वियों के मुकाबले क्विक कॉमर्स में मौके दिखे थे जो काफी अच्छा है. कंपनी का इनोवेशन और क्रियान्वयन में भी ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है.
क्विक कॉमर्स आधुनिक रिटेल या ई-कॉमर्स से बड़ा मौका है क्योंकि इससे सामान्य व्यापार में रूकावट आ रही है. एमके ग्लोबल के मुताबिक कड़ी प्रतिस्पर्धा की शुरुआती अवधि के बाद मौजूदा दो या तीन लीडर्स का दबदबा होगा.
ब्रोकरेज ने कहा कि कम या गिरती प्रॉफिटेबिलिटी की चिंता करने की जरूरत नहीं है. इंटरनेट बिजनेस में ये फीचर रहता है कि शुरुआती समय में भारी घाटा होता है, जिससे बिजनेस आगे बढ़ने पर प्रॉफिटेबिलिटी देखने को मिलती है.
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने कहा कि ब्लिंकिट के लिए एक दिक्कत इसका जटिल क्विक कॉमर्स फुलफिलमेंट मॉडल भी है. इसकी टॉपलाइन ग्रोथ और मार्केट शेयर इस पड़ाव पर अहम मापदंड हैं. ब्रोकरेज को कुछ और तिमाही तक घाटा जारी रहने की उम्मीद है. उसने आगे कहा कि एक अच्छी बात ये हो सकती है कि जेप्टो अपने IPO से पहले कुछ कदम उठाए जिससे सकारात्मक असर पड़े.
मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में जोमैटो की ग्रॉस ऑर्डर वैल्यू फूड डिलीवरी में सालाना 17% की ग्रोथ निराश करने वाली थी. हालांकि सीजनल दबाव और कंज्यूमर खर्च में गिरावट की वजह से ये दिक्कत हुई. ब्रोकरेज ने कहा कि FY26 में डिस्क्रेशनरी खपत रिकवर कर जाएगी.
कंपनी का शेयर आज 1.53% की तेजी के साथ 229.1 रुपये पर बंद हुआ. शेयर में पिछले 12 महीनों के दौरान 40.25% की तेजी आई है. रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 47.83 रहा.