लंबे समय से चुनौतियों का सामना कर रही एड-टेक कंपनी बायजू ने वित्त वर्ष 2022 में अपने स्टैंडअलोन बिजनेस के लिए 2,250 करोड़ रुपये से ज्यादा के EBITDA घाटे की जानकारी दी है. FY22 के लिए कंपनी की आय बढ़कर 3,500 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई है.
बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न (Think & Learn Pvt. Ltd.) ने एक बयान में कहा कि वित्त वर्ष 2022 के लिए उसकी आय पिछले वर्ष के 1,552 करोड़ रुपये से बढ़कर 3,569 करोड़ रुपये हो गई है.
यही नहीं इसका EBITDA घाटा, साल-दर-साल (YoY) 2,406 करोड़ रुपये के मुकाबले कम होकर 2,253 करोड़ रुपये रह गया है.
कंपनी ने अपने बयान में कॉन्सोलिडेटेड आंकड़ों के बारे में कुछ नहीं बताया है. वित्त वर्ष 2021 में 2,430 करोड़ रुपये की आय के साथ इसका कॉन्सोलिडेटेड घाटा 4,588 करोड़ रुपये था.
उठापटक भरा FY22 हमें बहुत कुछ सिखाया है. इस साल हमने 9 अधिग्रहण किये हैं. जो दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती इकोनॉमी भारत में शिक्षा प्रौद्योगिकी की क्षमता को रेखांकित करता है. कोरोना महामारी के बाद दुनिया में बहुत कुछ बदला है, ये हमें बहुत कुछ सिखा गया है. आने वाले वर्षों में बायजू टिकाऊ और लाभदायक वृद्धि के पथ पर आगे बढ़ता रहेगा.बायजू रवींद्रन, फाउंडर और ग्रुप CEO
वित्त वर्ष 2021 में बायजू का घाटा 13 गुना बढ़ गया था. उस वक्त कंपनी ने कहा था कि अकाउंटिंग प्रैक्टिस में बदलाव के कारण बहुत सारे एडजेस्ट करने पड़े थे.
दिलचस्प ये है कि कंपनी ने FY22 के लिए अनऑडिटेड नंबर भी जारी किए थे, जिसमें दावा किया गया था कि आय करीब 10,000 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगी.
बायजू ने वित्त वर्ष 2023 के नतीजों अभी जारी नहीं किए. कंपनी दिसंबर तक वित्त वर्ष 2023 के नतीजे दाखिल कर देगी.
पिछले 12 महीनों में Byju's में एक के बाद एक लगातार कई इस्तीफे हुए. कंपनी के ऑडिटर डेलॉइट (Deloitte) और 3 बड़े निवेशकों के प्रतिनिधियों ने बोर्ड से इस्तीफा दे दिया था. वहीं चीफ बिजनेस ऑफिसर प्रत्यूषा अग्रवाल, बायजू के 'क्लास 4-10 स्कूल सेगमेंट' के बिजनेस हेड मुकुट दीपक और बायजू के ट्यूशन सेंटर बिजनेस हेड हिमांशु बजाज ने भी कंपनी छोड़ दी.
कंपनी को कर्ज, वैल्युएशन में कटौती, ED की छापेमारी, बड़े पैमाने पर छंटनी और नाखुश कर्मचारियों का नियमित रूप से सोशल मीडिया पर विपरीत प्रतिक्रिया जाहिर करने जैसी चुनौतियों और परिस्थितियों से जूझना पड़ा है.