देश की दूसरी सबसे बड़ी IT सर्विसेज कंपनी इंफोसिस (Infosys) ने जून तिमाही के नतीजे पेश कर दिए हैं. कंपनी का मुनाफा करीब 3% घटकर 5,945 करोड़ रुपये हो गया है. पिछली तिमाही में कंपनी का मुनाफा 6,134 करोड़ रुपये था.
तिमाही-दर-तिमाही आधार पर कंपनी की आय में मामूली बढ़त देखने को मिली है. आय 37,441 करोड़ रुपये से बढ़कर 37,933 करोड़ रुपये हो गई है. ब्लूमबर्ग के एनालिस्ट पोल में इंफोसिस को 6,245 करोड़ रुपये के मुनाफे और 37,843 करोड़ रुपये की आय का अनुमान था.
कंपनी की आय में BFSI वर्टिकल के योगदान में भी गिरावट आई है. BFSI से आय का योगदान इस तिमाही में 28.9% से घटकर 28.1% पर आ गया है.
ग्रोथ गाइडेंस में भारी कटौती
इंफोसिस ने इस वित्त वर्ष के लिए कॉन्स्टैंट करेंसी रेवेन्यू ग्रोथ गाइडेंस घटाकर 1%-3.5% कर दिया है. इससे पहले 4%–7% का अनुमान था. हालांकि कंपनी ने FY24 के लिए 20%-22% का ऑपरेटिंग मार्जिन गाइडेंस बरकरार रखा है.
मुनाफा 6,134 करोड़ रुपये से घटकर 5,945 करोड़ रुपये (6,245 करोड़ का अनुमान था)
आय 37,441 करोड़ रुपये से बढ़कर 37,933 करोड़ रुपये (37,843 करोड़ का अनुमान था)
EBIT 7,877 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,891 करोड़ रुपये (8,983 करोड़ का अनुमान था)
EBIT मार्जिन 21.03% से घटकर 20.80% (20.9% का अनुमान था)
पहली तिमाही में हमें 4.2% ग्रोथ मिली और $2.3 बिलियन की बड़ी डील्स भी, जो भविष्य की अच्छी ग्रोथ के लिए मजबूत नींव रखेंगी. हमारी जेनेरेटिव AI क्षमताएं भी बढ़ रही हैं, फिलहाल इस सेगमेंट में हमारे पास 80 एक्टिव क्लाइंट प्रोजेक्ट्स हैं.सलिल पारेख, MD और CEO, इंफोसिस
हालांकि मैनेजमेंट ने कमेंट्री में बताया कि डील साइन होने और उस पर काम शुरू होने के बीच देरी हो रही है. जितनी डील्स कंपनी अभी साइन कर रही है, उसका असर FY24 की दूसरी छमाही (H2) में देखने को मिलेगा.
इंफोसिस के CEO ने रेवेन्यू गाइडेंस घटाने के पीछे तर्क को भी समझाया. उन्होंने बताया कि कैसे फैसलों में देरी के कारण ये फैसला लिया गया.
कुल मिलाकर देखें तो फैसले लेने की रफ्तार कम हुई है. शुरुआत करने और निर्णय लेने में कुछ देरी हुई. BFSI और टेलीकॉम सेक्टर के हमारे क्लाइंट्स काम की मात्रा कम कर रहे हैंसलिल पारेख, MD और CEO, इंफोसिस
अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी की बड़ी डील्स $2.3 बिलियन की रहीं. 30 जून 2023 तक कंपनी के पास कुल 1,883 एक्टिव क्लाइंट्स हैं जिनमें से 99 इसी तिमाही में जोड़े गए.
FY24 की पहली तिमाही में एट्रीशन दर 20.9% से घटकर 17.3% पर आ गई है. हालांकि इस तिमाही में कर्मचारियों की संख्या में 6,940 की कमी आई है और कुल कर्मचारियों की संख्या 30 जून 2023 तक 3,36,294 है.
इसके साथ ही ट्रेनी समेत ओवरऑल यूटिलाइजेशन में भी सुधार हुआ है. यूटिलाइजेशन की दर 76.9% से बढ़कर 78.9% रही है.
गुरुवार को नतीजों के पहले इंफोसिस का शेयर BSE पर 1.73% की गिरावट के साथ 1,448.85 पर बंद हुआ. नतीजों के बाद कंपनी के ADR में भारी गिरावट देखने को मिली और शाम 5 बजे प्री-ओपन सेशन में ये करीब 7% नीचे दिखा.