देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) ने कमजोर सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए हैं. दूसरी तिमाही में मारुति का मुनाफा बाजार के अनुमान से कम रहा है.
मारुति सुजुकी का मुनाफा सितंबर तिमाही में 17.4% घटा है. अब ये 3,717 करोड़ रुपये से घटकर 3,069 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि ब्लूमबर्ग एनालिस्ट का अनुमान 3,710 करोड़ रुपये का था.
वहीं, कंपनी की आय 0.4% बढ़ी है अब ये 37,062 करोड़ से बढ़कर 37,203 करोड़ रुपये हो गई है. जबकि ब्लूमबर्ग एनालिस्ट का अनुमान 37,229 करोड़ रुपये का था.
चिंता मार्जिन को लेकर है. लागत बढ़ने से मारुति का मार्जिन 12.9% से घटकर 11.9% पर आ गया है. जबकि बाजार को 12.7% मार्जिन की उम्मीद थी.
मुनाफा 17.4% घटा, 3,717 करोड़ से घटकर 3,069 करोड़ रुपये (3,710 करोड़ रुपये का अनुमान था)
आय 0.4% बढ़ी, 37,062 करोड़ से बढ़कर 37,203 करोड़ रुपये (37,229 करोड़ रुपये का अनुमान था)
EBITDA 7.7% घटा, 4,784 करोड़ से घटकर 4,417 करोड़ रुपये (4,712 करोड़ रुपये का अनुमान था)
मार्जिन 12.9% से घटकर 11.9% (12.7% मार्जिन का अनुमान था)
दूसरी तिमाही के नतीजों के बाद मारुति सुजुकी के शेयर की कीमत में गिरावट आई है.
चेयरमैन आर सी भार्गव ने कहा कि त्योहारी बिक्री में सालाना आधार पर 14% की ग्रोथ की उम्मीद है. त्योहारी डिमांड से इन्वेंट्री ओवरहैंग भी कम हो सकता है. हालांकि भार्गव ने माना कि इस त्योहारी सीजन स्थिति उतनी अच्छी नहीं है. उन्होंने कहा कि थोक बिक्री की संख्या को देखना बंद करें, रिटेल बिक्री पर ध्यान दें. मारुति की डीलरशिप पर इन्वेंट्री का लेवल 30 दिनों का है.
कंपनी ने बताया कि त्योहारी सीजन में नई बुकिंग 4 लाख यूनिट को पार कर गई है. ऑर्डरबुक अच्छी है, जिससे वित्त वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में रिटेल बिक्री को मदद मिलेगी. उद्योग जगत FY25 की दूसरी छमाही में डिमांड में उछाल को लेकर बहुत आशावादी नहीं है. मारुति सुजुकी की हाइब्रिड कारें सालाना आधार पर 30% की दर से बढ़ रही हैं. विभिन्न राज्यों द्वारा टैक्स में छूट दिए जाने से हाइब्रिड बिक्री को मदद मिली है.