रिलायंस इंडस्ट्रीज के पहली तिमाही के नतीजों ने ब्रोकरेज हाउसेज को काफी निराश किया है. इसे लेकर ब्रोकरेज फर्म्स की मिली जुली सी प्रतिक्रिया आ रही है. इस निराशाजनक प्रदर्शन को देखते हुए ज्यादातर ब्रोकिंग फर्म ने आय के पूर्वानुमानों में डाउनसाउड रिस्क की ओर इशारा किया है. ब्रोकिंग फर्म सिटी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की रेटिंग को सस्पेंड कर दिया है, मैक्वायरी ने अपनी रेटिंग को न्यूट्रल कर दिया है, लेकिन टारगेट प्राइस बढ़ाया है. एक नजर ब्रोकरेज हाउसेज की रेटिंग्स पर-
Q1 में रिलायंस का प्रदर्शन कमजोर रहा, 4 में से 3 बिजनेस सेगमेंट्स का प्रदर्शन अनुमान से कम
O2C में तेज गिरावट, लगातार कमजोर होता रिटेल सेगमेंट खासतौर पर निराशाजनक रहा
FY25/26 EPS का अनुमान 6%/3% घटाया
रिटेल सेगमेंट में एक और कमजोर तिमाही, मैनेजमेंट ने डिमांड में नरमी को जिम्मेदार माना
कंसो EBITDA 9% गिरकर 38,800 करोड़ रुपये रहा, अनुमान से 2% कम
जियो को टैरिफ बढ़ोतरी से दूसरी तिमाही से फायदा मिलना शुरू होगा
लगातार चार तिमाहियों से ARPUs 182 रुपये पर बिल्कुल सपाट है
पिछली तिमाही की तुलना में Q1 में RIL के मुनाफे में 17.8% की बड़ी गिरावट दर्ज की गई है, मुनाफा 17,445 करोड़ रुपये रहा. जबकि आय में इस तिमाही में 1.9% की गिरावट रही.
आय 1.9% की गिरावट के साथ 2,36,533 करोड़ रुपये से घटकर 2,31,784 करोड़ रुपये हुई (2.32 लाख करोड़ रुपये का अनुमान था)
मुनाफा 17.9% की गिरावट के साथ 21,243 करोड़ रुपये से घटकर 17,445 करोड़ रुपये हुआ (17,417 करोड़ रुपये का अनुमान था)
EBITDA 8.8% की गिरावट के साथ 42,516 करोड़ रुपये से घटकर 38,765 करोड़ रुपये पर पहुंचा (42,423 करोड़ रुपये का अनुमान था)
EBITDA मार्जिन 17.9% से गिरकर 16.7% हुआ (17% का अनुमान था)
BUY रेटिंग बरकरार, टारगेट प्राइस बढ़ाकर 3,600 रुपये किया (15.8% अपसाइड)
कंपनी सेक्टर में टॉप पिक बनी रहेगी
Q1 के नतीजे अनुमानों के मुताबिक रहे, O2C ने चुनौतीपूर्ण माहौल में अच्छा प्रदर्शन किया
नेट इनकम 15,100 करोड़ रुपये, जो कि अनुमान से 2% कम है
Q4FY24 में कैपेक्स 23,200 करोड़ रुपये से बढ़कर 28,800 करोड़ रुपये रहा
FY25F/26 EBITDA अनुमान 3%/2% तक घटाया
रेटिंग 'NEUTRAL' बरकरार, टारगेट प्राइस बढ़ाकर 2,750 रुपये किया (11% डाउनसाइड)
Q1 के नतीजे अनुमानों से बहुत खराब रहे
O2C सेगमेंट ने बड़े पैमाने पर EBIT को नुकसान पहुंचाया
बड़े पैमाने पर स्टोर बंद होने के कारण रिटेल सेगमेंट में रेवेन्यू ग्रोथ में गिरावट
EPS में आगे भी गिरावट जारी रहेगी
नतीजों के बाद FY25/26 की आय में 4%/1% की कमी