स्टेट बैंक के नतीजे बाजार की उम्मीदों के मुताबिक रहे हैं. मजबूत ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस, अन्य आय और लोन ग्रोथ में वृद्धि ने भारतीय स्टेट बैंक के स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में 13% की वृद्धि दर्ज की, जो विश्लेषकों के अनुमान से अधिक है.
शुक्रवार को एक्सचेंज को दी गई जानकारी के अनुसार, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ने जून तिमाही में 19,160 करोड़ रुपये का लाभ दर्ज किया, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 17,035 करोड़ रुपये था. ब्लूमबर्ग के पोल में जानकारों ने 16,964 करोड़ रुपये मुनाफे का अनुमान लगाया था.
SBI का ऑपरेटिंग मुनाफा साल-दर-साल 16% बढ़कर 30,544 करोड़ रुपये हो गया और अन्य आय 54% बढ़कर 17,345 करोड़ रुपये हो गई. हालांकि, प्रावधानों में बढ़ोतरी और कम लाभप्रदता ने मुनाफे को सीमित कर दिया है. इस तिमाही प्रावधान 9% से अधिक बढ़कर 4,934 करोड़ रुपये हो गया है.
बैंक की शुद्ध ब्याज आय (NII) सालाना आधार पर लगभग स्थिर रही, जो 41,072 करोड़ रुपये रही, जबकि जानकारों ने 42,430 करोड़ रुपये का अनुमान लगाया था. तिमाही आधार पर NII में 4% की गिरावट आई. इसके चलते शुद्ध ब्याज मार्जिन भी एक तिमाही पहले के 3.15% की तुलना में घटकर 3.02% रह गया.
बैंक के चेयरमैन सीएस शेट्टी ने नतीजों के बाद एक कॉन्फ्रेंस में संवाददाताओं को बताया कि बैंक का NIM 'यू-आकार' का होगा, जिसमें दूसरी और तीसरी तिमाही में कुछ गिरावट होगी, लेकिन चौथी तिमाही में इसमें सुधार होगा. उन्हें उम्मीद है कि चौथी तिमाही में NIM पिछले वर्ष की तरह 3.15% पर ही रहेगा.
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें NIM के 3% से नीचे आने की उम्मीद है, तो शेट्टी ने कहा कि NIM वार्षिक आधार पर 3% पर ही रहेगा.
बैंक की एसेट क्वालिटी स्थिर रही, और GNPA जनवरी-मार्च के 1.82% से थोड़ा बढ़कर जून के अंत तक 1.83% हो गया. शेट्टी को उम्मीद है कि बैंक का GNPA अनुपात 2% से नीचे बना रहेगा. नेट NPA अनुपात तिमाही-दर-तिमाही 0.47% पर स्थिर रहा है.
बैंक का स्लिपेज अनुपात जून के अंत तक 0.75% रहा, जबकि एक तिमाही पहले यह 0.42% था. बैंक की ऋण लागत 0.47% रही, जो एक तिमाही पहले 0.39% थी.
SBI की जमा राशि सालाना आधार पर 11.66% बढ़कर 54.73 लाख करोड़ रुपये हो गई. बैंक का चालू खाता और बचत खाता अनुपात जून के अंत तक 39.36% रहा, जबकि एक तिमाही पहले ये 39.97% था.