टाटा मोटर्स अब घाटे से मुनाफे में आ गई है. पहली तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट 3,203 करोड़ रुपये रहा, पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 5,007 करोड़ रुपये का घाटा था, यानी सालाना आधार पर देखा जाए तो कंपनी घाटे से मुनाफे में लौट आई है.
हालांकि ब्लूमबर्ग एनालिस्ट पोल में इस बार अनुमान 2,552 करोड़ रुपये के प्रॉफिट का था. टाटा मोटर्स लगातार तीन तिमाहियों से मुनाफा दर्ज कर रही है. जून में खत्म हुई पहली तिमाही में टाटा मोटर्स की ऊंची घरेलू मांग और जगुआर लैंड रोवर के शानदार प्रदर्शन के चलते मुनाफा बढ़ा है.
पहली तिमाही में टाटा मोटर्स की आय 42% बढ़कर 1,02,236 करोड़ रुपये रही है, पिछले साल इसी तिमाही में आय 71,935 करोड़ रुपये रही थी. ब्लूमबर्ग एनालिस्ट के पोल में आय का अनुमान 1,01,290 करोड़ रुपये का था.
आय 42% बढ़कर 1,02,236 करोड़ रुपये रही (अनुमान 1,01,290 करोड़ रुपये का था)
EBITDA 448% बढ़कर 13,218 करोड़ रुपये रहा (अनुमान 11,965 करोड़ रुपये का था)
EBITDA मार्जिन 3.4% से बढ़कर 12.9% रहा (अनुमान 11.8% का था)
नेट प्रॉफिट 3,203 करोड़ रुपये रहा, पिछली बार 5,007 करोड़ रुपये का घाटा था (अनुमान 2,552 करोड़ रुपये का था)
टाटा मोटर्स का जून को खत्म तिमाही में EBIDTA 448% बढ़कर 13,218 करोड़ रुपये रहा, जबकि अनुमान 11,965 करोड़ रुपये का था. पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में ये आंकड़ा 2,413 करोड़ रुपये रहा था. EBIDTA मार्जिन 3.4% से बढ़कर 12.9% रहा है, अनुमान 11.8% का था.
टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल बिक्री पहली तिमाही में YoY आधार पर 7.7% बढ़कर 1.4 लाख यूनिट रही है, जबकि कमर्शियल व्हीकल की बिक्री 14% गिरकर 82,225 रही है.
पहली तिमाही में UK बेस्ड जगुआर लैंड रोवर की रिटेल बिक्री 29% बढ़कर 1.02 यूनिट रही है. थोक बिक्री 30% बढ़कर 93,253 यूनिट रही है. पिछली बार दोनों ही बिक्रियां 1% गिरी हुईं थी.