ट्रम्प-प्रूफ स्टॉक: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प के भारत पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी और रूसी तेल खरीदने पर अनिर्धारित जुर्माने ने घरेलू बाजारों में उथल-पुथल मचा दी है. ये टैरिफ गुरुवार, 7 अगस्त से लागू होने वाले हैं साथ ही ट्रंप ने भारत पर 25% पर अतिरिक्त टैरिफ भी लगाया है. कुल मिलाकर टैरिफ 50% हो गया है.
जानकारों के अनुसार, टैरिफ से MSCI इंडेक्स में शामिल भारतीय कंपनियों की आय पर 5% का असर पड़ेगा. इसके अलावा, कई विशेषज्ञों ने भारत की GDP ग्रोथ पर 0.5% तक का असर पड़ने का अनुमान लगाया है. भारत पर टैरिफ की दर वियतनाम (20%), इंडोनेशिया (19%) और जापान (15%) जैसे एशियाई देशों से ज्यादा है.
ऑटो, रसायन, कपड़ा और जूते, तेल और गैस (रूसी कच्चे तेल पर प्रतिबंध के कारण), नवीन ऊर्जा, समुद्री खाद्य जैसे कई क्षेत्र प्रभावित होंगे. इन क्षेत्रों की कंपनियों की अमेरिकी बाजार में अच्छी-खासी हिस्सेदारी है.
दूसरी ओर, बैंक, NBFCs और बीमा, सीमेंट, उपभोग, अस्पताल, रियल एस्टेट, दूरसंचार और पावर क्षेत्र अमेरिकी टैरिफ से सबसे कम प्रभावित होंगे. ये क्षेत्र घरेलू स्तर पर अधिक केंद्रित हैं और इसलिए टैरिफ के झटकों से कम प्रभावित होते हैं.
ट्रंप की टैरिफ घोषणाओं की पृष्ठभूमि में, बेंचमार्क निफ्टी 50 पिछले एक महीने में 3% से अधिक गिर गया है.
बैंक - HDFC बैंक, ICICI बैंक, एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक
NBFC- बजाज फाइनेंस, श्रीराम फाइनेंस, चोला फाइनेंस
बीमा - LIC, HDFC लाइफ, SBI लाइफ, ICICI प्रूडेंशियल लाइफ, ICICI लोम्बार्ड, GIC.
सीमेंट - अंबुजा सीमेंट, अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, डालमिया भारत
उपभोग - इटरनल, ट्रेंट, टाइटन, यूनाइटेड स्पिरिट्स, पेज इंडस्ट्रीज
अस्पताल - अपोलो हॉस्पिटल, फोर्टिस हेल्थकेयर, मैक्स हेल्थकेयर
रियल एस्टेट - DLF, लोढ़ा, फीनिक्स मिल्स, गोदरेज प्रॉपर्टीज
दूरसंचार - भारती एयरटेल, भारती हेक्साकॉम, इंडस टावर्स
बिजली - अदानी पावर, अदानी एनर्जी सॉल्यूशंस, पावर ग्रिड कॉर्प, NTPC
ऑटो - अशोक लीलैंड, हीरो मोटोकॉर्प, आयशर मोटर्स, एस्कॉर्ट्स कुबोटा
यात्रा एवं पर्यटन – इंडियन होटल्स, लेमन ट्री होटल्स, IRCTC
NDTV प्रॉफिट को दिए एक इंटरव्यू में, एक्सिस बैंक के मुख्य अर्थशास्त्री नीलकंठ मिश्रा ने कहा कि भारत को घरेलू मांग बढ़ाने की ज़रूरत है. उन्होंने कहा, "हमें रियल एस्टेट पर आपूर्ति संबंधी बाधाओं को दूर करना होगा, अच्छी गुणवत्ता वाले आवास उत्पादकता बढ़ाते हैं, निर्माण कार्य रोज़गार और सामग्री की मांग पैदा करते हैं। इससे एक गुणक पैदा होता है."
भारतीय निर्यातकों ने सरकार से 25% अमेरिकी टैरिफ के प्रतिकूल प्रभाव को कम करने में मदद के लिए राजकोषीय और नीतिगत समर्थन बढ़ाने का आग्रह किया है, जबकि केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने उन्हें आश्वासन दिया है कि भारत वाशिंगटन के साथ चल रही व्यापार वार्ता में दबाव के आगे नहीं झुकेगा.
पिछले सप्ताह उद्योग जगत के नेताओं के साथ बातचीत में, गोयल ने कहा कि सरकार अमेरिका के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रही है, लेकिन उन्होंने ये भी कहा कि सभी वार्ताएँ "मुख्य राष्ट्रीय हितों" से समझौता किए बिना, दृढ़ता से की जाएंगी.