राजधानी में सर्दियों की शुरुआत के साथ-साथ प्रदूषण अपने चरम पर पहुंच गया है. दमघोंटू हवा में लोगों का सांस लेना दूभर हो गया है. दिल्ली के आनंद विहार इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400 का स्तर पार कर चुका है वहीं कई इलाके ऐसे भी हैं जहां AQI 300 के पार हो गया है. इसी बीच कालिंदी कुंज से भी भयावह तस्वीरें सामने आई हैं जिसने दिल्लीवालों की टेंशन और बढ़ा दी है. तस्वीरों में यमुना नदी पर झाग की मोटी परत देखी जा सकती है, यमुना में झाग बनने का बड़ा कारण फैक्ट्रियों से निकलने वाला केमिकल है जो नालों से होता हुआ नदी में बहा दिया जाता है.
यमुना नदी दिल्ली के लिए पानी के प्रमुख स्रोतों में से एक है, लेकिन यहां का पानी इस हद तक प्रदूषित है कि इसे पीने या दूसरे कामों के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. इस केमिकल वाले पानी के संपर्क में आने से त्वचा रोग के साथ फेफड़ों या पेट से जुड़ी कई बीमारियां हो सकती हैं.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने रविवार को कहा कि, राजधानी में बढ़ते प्रदूषण के लिए भाजपा की 'गंदी राजनीति' जिम्मेदार है. अतिशी ने इसके लिए भाजपा शासित राज्य उत्तर प्रदेश और हरियाणा को जिम्मेदार ठहराया. आतिशी ने कहा कि हरियाणा से आने वाला पराली का धुंआ और UP के गाजियाबाद सीमा पर कौशांबी बस डिपो तक पहुंच रहीं हजारों डीजल बसों से निकलने वाले प्रदूषण से दिल्ली की हवा खराब हो गई है. इस पर भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि, दिल्ली में प्रदूषण की वजह AAP सरकार की अपरिपक्वता और अक्षमता है.