भारत के खजाने में विदेशी मुद्रा भंडार (Forex) अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है. ये जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने शुक्रवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में दी है. RBI के मुताबिक, 5 जुलाई को खत्म हुए सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 657.1 बिलियन डॉलर हो गया. देश के अब तक के इतिहास में ये सबसे ज्यादा (All-Time High) विदेशी करेंसी का आंकड़ा है. बीते सप्ताह $5.16 बिलियन की बढ़ोतरी भी हुई थी.
बता दें कि अक्टूबर 2022 में भारत की फॉरेन करेंसी अपने निचले स्तर पर पहुंच गई थी. तब भारतीय खजाने में 524.5 बिलियन डॉलर की करेंसी बची थी लेकिन उसके बाद करेंसी स्टॉक में लगातार सुधार हुआ.
नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने इस साल अब तक देश के डेट (Debt) और इक्विटी (Equity) मार्केट में 1.09 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. ये विदेशी निवेश ज्यादातर घरेलू डेट मार्केट में हुआ, जबकि इक्विटी मार्केट में तुलनात्मक रूप से धीमा निवेश हुआ.
बीते सप्ताह में जहां करेंसी भंडार अपने उच्चतम स्तर को छुआ वहीं विदेशी मुद्रा एसेट (Foreign Currency Assets) में 4.2 बिलियन डालर की कमी हुई और ये घटकर 577 बिलियन डालर हो गया.
बता दें कि विदेशी मुद्रा एसेट्स में यूरो, पाउंड और येन जैसी गैर-अमेरिकी करेंसी शामिल होती है. बीते सप्ताह के दौरान सोने का भंडार (Gold Reserves) 904 मिलियन डॉलर बढ़कर 57.4 बिलियन डॉलर हो गया।
पिछले महीने RBI गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने कहा था कि केंद्रीय बैंक ने अपना फोकस डॉलर-रुपया मार्केट में फॉरेन करेंसी का एक मजबूत बफर बनाने पर किया हुआ है. इससे समय बदलने पर या विपरीत परिस्थितियों में देश को स्थिर रखा जा सकेगा.