ADVERTISEMENT

डिजिटल खरीदारी की धूम, देश में 35 करोड़ लोग करते हैं ऑनलाइन पेमेंट

देश में बढ़ते इंटरनेट यूजर्स के साथ, डिजिटल पेमेंट का ट्रेंड भी तेजी से बढ़ रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक अगले 8 सालों में ये आंकड़ा दोगुना हो जाएगा.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी12:45 PM IST, 16 Dec 2022NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

शॉपिंग करनी हो तो ऑनलाइन, कहीं घूमने जाना हो तो टिकट और होटल की बुकिंग भी ऑनलाइन, अब तो सब्जी भी मंगवानी हो, तो फोन से पेमेंट की और सामान सीधे घर पर. डिजिटल पेमेंट हमें कितना पसंद है, ये तो हमारी आदतों से जाहिर हो ही रहा है. और ये कहानी सिर्फ कुछ बड़े शहरों में रहने वाले लोगों की नहीं है, बल्कि देश में 35 करोड़ लोग डिजिटल ट्रांजैक्शन का रास्ता अपना चुके हैं.

डिजिटल ट्रांजैक्शन का ये आंकड़ा ई-कॉमर्स, शॉपिंग, ट्रैवल, हॉस्पिटैलिटी और OTT प्लेटफॉर्म पर लोगों की खरीदारी से लिया गया है. रेडसीर स्ट्रैटेजी कंसलटेंट (Redseer Strategy Consultants) की रिपोर्ट के मुताबिक, फट से ऑनाइन पेमेंट करने की ये रफ्तार आने वाले साल में और तेज होने वाली है. अनुमान है कि 2030 तक, डिजिटल ट्रांजैक्शन करने वाले लोगों की संख्या दोगुनी हो जाएगी. यानी अगले 8 साल में 70 करोड़ लोग डिजिटल खरीदारी कर रहे होंगे.

क्या है बढ़ती डिजिटल खरीदारी की वजह?

डिजिटल इंडिया की तेजी और UPI पेमेंट की आसानी की वजह से, लोग ऑनलाइन पेमेंट करने से अब कतराते नहीं है. यही वजह है कि डिजिटल ट्रांजैक्शन हर दिन बढ़ती जा रही है. UPI पेमेंट की बात करें, तो इस साल नवंबर तक UPI के जरिए 6.6 हजार करोड़ से ज्यादा ट्रांजैक्शन हुई हैं. 

इंटरनेट यूजर की तेज रफ्तार

बजट स्मार्टफोन की लंबी लिस्ट और सस्ते डेटा पैक के कॉम्बिनेशन की वजह से भी डिजिटल पेमेंट के साथ, इंटरनेट यूजर तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसा नहीं है कि ये ट्रेंड टीयर 1 शहरों में ही देखा जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल कंज्यूमर का ज्यादातर हिस्सा टीयर 2 और टीयर 3 शहरों में रहता है. इंटरनेट यूजर की बढ़ती तादाद के साथ डिजिटल कॉन्टेंट खपत भी तेजी से रफ्तार पकड़ रहा है.

देश में एक आम आदमी, दिन में करीब 7.3 घंटे अपने फोन पर बिताता है और इन घंटो में मैसेजिंग और सोशल मीडिया के बाद, ज्यादातर समय YouTube स्ट्रीम करने, OTT कॉन्टेंट  या शॉर्ट फॉर्म वीडियो देखने में ही जाता है. इससे ये तो साफ है कि आने वाले समय में डिजिटल कॉन्टेंट प्लैटफॉर्म और प्लेयर्स, दोनों के लिए ऑडियंस का पूल बढ़ने वाला है.

गेमिंग में आगे डिजिटल इंडिया

इस रिपोर्ट में एक मजेदार बात सामने आई है कि भारत में पेड ऑनलाइन गेमर्स की भी कोई कमी नहीं है. 2022 तक देश में 11 करोड़ ऐसे लोग हैं जो पेड ऑनलाइन गेमिंग में हिस्सा ले रहे हैं. यही नहीं, पेड गेमिंग में करीब 20 लाख यूजर हर महीने जुड़ते हैं.

2022 तक, गेमर्स की इस कम्यूनिटी में 45 करोड़ लोग शामिल थे और 2026 तक पैसे देकर गेमिंग करने वाले लोगों की संख्या 33% बढ़ जाएगी. अगर गेम्स की बात करें, तो रमी और पोकर जैसे गेम खेलने के लिए खूब डिजिटल पेमेंट कर रहे हैं. इसके अलावा, इन-ऐप खरीदारी करके भी लोग पेड गेमिंग का मजा ले रहे हैं.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT