देश में डिजिटल लेन-देन भले ही बड़ी तेजी से बढ़ा हो, लेकिन कैश का इस्तेमाल भी कम नहीं हुआ है. आज भी लोग डिजिटल पेमेंट से ज्यादा कैश में भुगतान करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. होम क्रेडिट इंडिया की एक रिपोर्ट है “The Great Indian Wallet” - जिसमें ये बात निकलकर सामने आई है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि करीब 56% भारतीय उपभोक्ता अब भी अपने रिटेल और बिल का भुगतान कैश में करना पसंद करते हैं. मई में आई ये रिपोर्ट लोअर-मिडिल क्लास के उपभोक्ताओं पर केंद्रित थी, जिनकी उम्रम 18 साल से 55 साल के बीच थी और जिनकी मंथली इनकम 33,000 रुपये थी. इस स्टडी में सामने आया कि 45% उपभोक्ता ऑनलाइन की बजाय ऑफलाइन लोन लेना ही पसंद करते हैं, जबकि 44% की पसंद ऑनलाइन लोन लेना है.
इसी तरह 85% उपभोक्ता ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स से शॉपिंग करने की बजाय बाजारों और दुकानों में जाकर ऑफलाइन खरीदारी करना ज्यादा पसंद करते हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि उपभोक्ता अभी अब भी ऑफलाइन खरीदारी के संवेदी जुड़ाव और वास्तविक अनुभवों को महत्व देते हैं, यानी वो कोई भी खरीदारी से पहले चीजों को देखकर, छूकर और अपने हाथों में लेकर उसे महसूस करना पसंद करते हैं, फिर कोई फैसला लेते हैं.
ऑफलाइन स्टोर्स और दुकानों की उपभोक्ताओं पर अच्छी पकड़ है, कपड़े, जूते, फैशन के सामान, मोबाइल फोन और होम एप्लायंसेज में 85% खरीदारी ऑफलाइन ही होती है. जबकि 86% उपभोक्ता घर का किराना लेने और दवाओं के लिए ऑफलाइन स्टोर्स पर ही भरोसा करते हैं.
इतना ही नहीं, करीब 59% उपभोक्ता रेस्टोरेंट में जाकर खाना पंसद करते हैं, भले ही आजकल ऑनलाइन फूड का चलन तेजी से बढ़ा है. इसके अलावा 57% उपभोक्ता आज भी ट्रेन और बस का टिकट बुक करने के लिए ऑफलाइन तरीका ही पसंद करते हैं.
हालांकि, रिटेल पेमेंट और बैंकिंग के लिए डिजिटल भुगतान पर भरोसा बढ़ रहा है, इनमें से 72% उपभोक्ता UPI का इस्तेमाल कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, पुणे और चेन्नई जैसे शहरों के उपभोक्ताओं का रुझान डिजिटल भुगतान और लोन सर्विसेज की ओर है.