केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने NDTV के 'Decoding G20' कॉन्क्लेव में कहा कि भारत का लक्ष्य अपनी स्वतंत्रता शताब्दी मनाने तक यानी अगले 25 वर्षों में 3.5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी से 35 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनना है.
उन्होंने कहा, 'हम सभी आशावादी हैं कि भारत की यंग डेमोग्राफिक प्रोफाइल, आने वाले वर्षों में भारत की इकोनॉमी में 30 ट्रिलियन डॉलर जोड़ेगी.' केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने NDTV के स्पेशल कॉन्क्लेव में ये बातें कहीं.'
पीयूष गोयल ने आगे कहा, 'हम कन्वर्जेंस लाने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शानदार नेतृत्व और नेताओं के बीच उनकी लोकप्रियता को देखते हुए, मुझे विश्वास है कि हम जियो-पॉलिटिक्स मुद्दों पर कुछ ला सकते हैं.'
कॉन्क्लेव में गोयल की बातचीत के अहम बिंदु-
2014 के बाद से, भारत ने पेरिस शिखर सम्मेलन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और दुनिया को एक साथ लाने में मदद की.
भारत ने वैश्विक नेतृत्व में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और ग्लोबल साउथ की आवाज बन रहा है.
PM मोदी ने भारत का विश्वास हासिल किया है और वो भारत के नेतृत्व का एक निर्णायक फैक्टर है.
शुक्रवार को B20 शिखर सम्मेलन में, जिसका प्रतिनिधित्व 55 देशों ने किया, हमारे 15 व्यापार मंत्री एक मंच पर थे. भारत विविध विचारों को एक मंच पर ला सकता है.
दुनिया के सामने आने वाली सभी चुनौतियों के बावजूद, भारत आयाम लेकर आया. इसने दुनिया के लिए और अंतरराष्ट्रीय व्यापार की क्षमता को फिर से परिभाषित करने में मदद की.
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कॉन्क्लेव में कहा कि भारत गगनयान मिशन में एक महिला रोबोट 'व्योममित्र' भेजेगा. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में अंतरिक्ष उड़ान का एक ट्रायल किया जाएगा. केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने कहा, 'महामारी के कारण गगनयान प्रोजेक्ट में देरी हुई. अब हम अक्टूबर के पहले या दूसरे सप्ताह में पहले परीक्षण मिशन की योजना बना रहे हैं.'
केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने इस कॉन्क्लेव में डिजिटल अर्थव्यवस्था पर चर्चा करते हुए कहा कि डिजिटल पब्लिक इन्फ्रास्ट्रक्चर (DPI) प्रधानमंत्री मोदी का विजन था. उन्होंने कहा, 'हमने केंद्र में लोगों और निजी क्षेत्र के साथ विन-विन सिचुएशन के जरिये से ये दिखाया है. हम सार्वजनिक इकोसिस्टम में DPI स्ट्रक्चर का विस्तार करना चाहते हैं.'
राजीव चंद्रशेखर ने कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने 2021 में कहा था कि वो चाहते हैं कि DPI के लिए AI का निर्माण किया जाए और इसलिए गवर्नेंस में AI महत्वपूर्ण हो गया है. ओपन-सोर्स टेक्नोलॉजी लेने और इसे कस्टमाइज करने के लिए कई देश कतार में हैं.'
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने ग्रीन हाइड्रोजन को भविष्य का ईंधन बताया है. उन्होंने कॉन्क्लेव के दौरान कहा, 'आज ईंधन की खपत से आप अर्थव्यवस्था के विकास का अंदाजा लगा सकते हैं. भारत में ईंधन की खपत दुनिया के दूसरे देशों की तुलना में 3 गुना अधिक है.'
उन्होंने कहा, 'ग्रीन हाइड्रोजन ही भविष्य का ईंधन है. आज नहीं तो कल ग्रीन फ्यूल फॉसिल फ्यूल की कीमत पर ही उपलब्ध होगा. और ऐसा जल्द ही होने जा रहा है.'
इस खास कॉन्क्लेव में आए अन्य अतिथियों ने भी देश के वर्तमान और भविष्य पर अपनी राय रखी.