दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सोमवार सुबह से GRAP यानी चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना के चौथे चरण के प्रतिबंध लागू हो गए हैं. वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) की उप समिति ने संशोधित GRAP-IV को पूरे NCR में लागू कर दिया है.
NCR की एयर क्वालिटी 'गंभीर+’ तक गिरने के बाद ये फैसला लिया गया है. ये फैसला सोमवार सुबह 8 बजे से लागू कर दिया गया है. CAQM ने कड़ी पाबंदियां लागू की हैं, जबकि कई अन्य जरूरी कदम उठाए जाने की सलाह भी दी है.
प्रदूषण नियंत्रण के लिए कड़े कदम उठाए जाने के तुरंत बाद, दिल्ली सरकार ने कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों को छोड़कर शेष सभी के लिए कक्षाएं स्थगित कर दीं. CQAM उप समिति ने दिल्ली NCR में स्कूलों को बंद करने की सलाह दी थी.
दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने GRAP-IV लागू होने पर दिल्ली की स्कूलों को ऑनलाइन करने का फैसला लिया है. उन्होंने X पर एक पोस्ट में लिखा- GRAP-IV लागू होने के साथ ही 10वीं और 12वीं के अलावा सभी छात्रों के लिए फिजिकल क्लासेस बंद कर दी जाएंगी. अगले आदेश तक सभी स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे.
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए दिल्ली-NCR में आपातकालीन उपाय अपनाए जाएंगे. AQI 450 के पार जाने पर GRAP-IV लागू होता है.
GRAP-IV के तहत आवश्यक वस्तुओं को लाने वाले ट्रकों को छोड़कर दिल्ली में अन्य भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध होगा.
केवल LNG, CNG, इलेक्ट्रिक, BS-4 डीजल ट्रकों को प्रवेश की अनुमति होगी.
CQAM उप समिति ने कहा है कि दफ्तरों में 50% लोग ही काम करें. बाकी लोगों से वर्क फ्राम होम कराने की सलाह दी गई है.
आवश्यक वस्तुएं ले जाने वाले के वाहनों, CNG, इलेक्ट्रिक ट्रकों को छोड़कर दिल्ली में अन्य भारी वाहनों की एंट्री पर रोक रहेगी.
राजमार्ग, सड़क, फ्लाईओवर, ओवरब्रिज, बिजली ट्रांसमिशन, पाइपलाइन, दूरसंचार आदि जैसी सार्वजनिक परियोजनाओं पर भी प्रतिबंध लागू होगा.
NCR में राज्य सरकारें स्कूलों में फिजिकल क्लासेस बंद करने और ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचालित करने का निर्णय ले सकती हैं.
NCR में राज्य सरकारें सार्वजनिक, नगरपालिका और निजी कार्यालयों को 50% क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की इजाजत देने पर निर्णय ले सकती हैं.
केंद्र सरकार केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के लिए घर से काम करने की इजाजत देने पर फैसला ले सकती हैं.
राजधानी में एयर क्वालिटी का स्तर गिरता जा रहा है. लोगों का घर से निकलना यहां तक कि घर से बाहर सांस लेना भी दूभर हो रहा है. दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 के करीब पहुंचा हुआ है. सोमवार की सुबह 7 बजे दिल्ली के कुछ केंद्रों पर AQI 500 दर्ज किया गया. दिल्ली से सटे नोएडा और गुरुग्राम में भी एयर पॉल्यूशन गंभीर स्तर तक पहुंच चुका है.
CQAM उप समिति ने कहा है कि राज्य सरकारें अतिरिक्त आपातकालीन उपायों पर विचार कर सकती हैं, जैसे कॉलेज और शैक्षणिक संस्थान बंद करना, गैर-आपातकालीन व्यावसायिक गतिविधियों को बंद करना, पंजीकरण संख्या के आधार पर वाहनों को ऑड-इइवन आधार पर चलाने की अनुमति देना आदि.
CQAM ने NCR के राज्यों के प्रदूषण नियंत्रण बोर्डों (PCB) और DPCC सहित GRAP के तहत उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार एजेंसियों को चरण-IV के तहत सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए कहा है.
NDTV ने जानकारों के हवाले से बताया है कि GRAP-IV लागू होने का असर दिल्ली की कुछ बड़ी परियोजनाओं पर पड़ने की संभावना है.
दिल्ली में चल रहे 6 अंडर पास और बायपास बनाने के काम में देरी हो सकती है. चार नए अस्पतालों के निर्माण में देरी हो सकती है.
मुकरबा चौक और हैदरपुर मेट्रो रोड को जाम से राहत देने के लिए बनाए जा रहे तीन अंडरपास के निर्माण का काम भी प्रभावित होगा.
यमुना खादर में मयूर विहार फेज-एक के सामने बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर फेज-तीन के काम में भी देरी हो सकती है.
प्रगति मैदान के पास भैरों मार्ग से रिंग रोड पर जाने के लिए अंडरपास के काम पर भी ब्रेक लग जाएगा.
कुछ दिनों में फिर से एयर क्वालिटी की समीक्षा की जाएगी और उस आधार पर पाबंदियों पर फैसला लिया जाएगा. CQAM स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा है और आने वाले दिनों में नियमित आधार पर एयर क्वालिटी की स्थिति की समीक्षा करेगा.