राजधानी दिल्ली और इससे सटे इलाकों में बढ़ता एयर पॉल्यूशन चिंता का सबब बना हुआ है. NCR की आबोहवा में घुलता जहर लोगों को बीमार कर रहा है. मंगलवार को लगातार दूसरा दिन रहा, जब यहां के कई इलाकों में AQI 500 के पार पहुंच गया.
दिल्ली सरकार ने 10वीं-12वीं की क्लासेस मंगलवार से ऑनलाइन कर दी है. 10वीं से नीचे के लिए सोमवार से ही ये आदेश लागू है. NCR के सभी जिलों के स्कूल-कॉलेजों में फिजिकल क्लासेस बंद कर दी गई हैं.
CPCB यानी सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मानक के अनुसार AQI का स्तर मैक्सिमम 500 निर्धारित है, ऐसे में एयर क्वालिटी के इससे ज्यादा खराब होने पर भी AQI का आंकड़ा 500 दिखाता है.
दुनियाभर की एयर क्वालिटी पर नजर रखने वाले ग्लोबल मॉनीटर IQAir के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली का नाम दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर है. दोपहर करीब 12 बजे यहां का एवरेज AQI 509 रिकॉर्ड किया गया.
राजधानी में पिछले 7 दिनों से AQI खतरनाक स्तर पर पहुंचा हुआ है. मंगलवार सुबह CPCB ने भी दिल्ली का एवरेज AQI 495 दर्ज किया, जो कि जो इस मौसम में सबसे खराब स्तर है. दिल्ली के आनंद विहार समेत कई इलाकों में AQI 500 पर पहुंचा हुआ है.
दिल्ली की दमघोंटू हवा का लोगों की सेहत पर भी बुरा असर पड़ रहा है. हेल्थ एक्सपर्ट्स ने लोगों को घर से बाहर निकलने पर नाक-मुंह ढकने के लिए मास्क और आंखों की सुरक्षा के लिए कवर करने वाले चश्मे के इस्तेमाल की सलाह दी है.
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ने 23 नवंबर तक और जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) ने 22 नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने की घोषणा की. ये निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'खतरनाक रूप से उच्च' स्तर पर पहुंच गया है, जिससे स्वास्थ्य और सुरक्षा को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं.
DU ने एक अधिसूचना में बताया कि प्रत्यक्ष कक्षाएं 25 नवंबर से नियमित रूप से शुरू होंगी. वहीं JNU ने एक बयान में कहा कि 22 नवंबर तक विश्वविद्यालय की सभी कक्षाएं ऑनलाइन जारी रहेंगी.
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर (नोएडा) जिला प्रशासन ने सोमवार रात को सभी विद्यालयों में 12वीं कक्षा तक की प्रत्यक्ष कक्षाएं स्थगित करने का आदेश दिया और कहा कि क्षेत्र में खराब वायु गुणवत्ता के कारण पढ़ाई ऑनलाइन जारी रहेगी. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में ‘चरणबद्ध प्रतिक्रिया कार्य योजना’ (GRAP) का चौथा चरण लागू होने के बाद यह निर्णय आया है. NCR में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दो जिले शामिल हैं.
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने एक आदेश में कहा, 'वायु प्रदूषण के मद्देनजर गौतमबुद्ध नगर जिले के सभी विद्यालयों को GRAP के चौथे चरण के तहत सूचीबद्ध कार्रवाई का पालन करने का निर्देश दिया जाता है. यह निर्देश दिया जाता है कि सभी स्कूल 23 नवंबर तक प्री-स्कूल से 12वीं कक्षा तक की प्रत्यक्ष कक्षाएं बंद रखेंगे और केवल ऑनलाइन मोड में कक्षाएं संचालित करेंगे.' गाजियाबाद के जिलाधिकारी इंद्र विक्रम सिंह ने गंभीर प्रदूषण स्तर का हवाला देते हुए इसी तरह के निर्देश जारी किए.
दूसरी ओर हरियाणा के फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी स्कूलों में फिजिकल क्लासेस सस्पेंड कर दी गई हैं. हरियाणा सरकार ने बढ़ते प्रदूषण के कारण कक्षा 5 तक के स्कूलों को अस्थायी रूप से बंद करने का अधिकार डिप्टी कमिश्नर को दिया है. 19 नवंबर से पहली से पांचवीं तक के स्कूलों को ऑनलाइन क्लास कराने के निर्देश जारी किए थे. बाद में गुरुग्राम और फरीदाबाद में 12वीं तक के सभी स्कूल 23 नवंबर तक बंद करने का निर्देश दिया गया. यहां भी ऑनलाइन क्लासेस चलेंगी.