धूल, धुंध और धुआं. दिल्ली, नोएडा समेत देश के कई शहरों की आबोहवा कुछ ऐसी ही हो चली है. दिवाली से पहले ही इन शहरों की हवा में जहर घुलने लगा है. इन शहरों की एयर क्वालिटी बेहद खराब होती जा रही है.
दिल्ली-NCR की बात करें तो यहां एयर क्वालिटी गुरुवार को एक बार फिर से गंभीर श्रेणी में पहुंच गई. प्रदूषण की वजहों की बात करें तो पराली का धुआं एक बड़ा कारण है. वहीं मौसम में आए बदलाव, ह्यूमिडिटी और कुहासा अन्य वजहें हैं, जिनके चलते दिल्ली और नोएडा के आसमान में हर तरफ धुंध और धुआं नजर आ रहा है. ऐसे में लोगों का सांस लेना भी मुश्किल होने लगा है.
दिल्ली के द्वारका सेक्टर-8 में गुरुवार सुबह 8 बजे AQI 340 दर्ज किया गया है. आनंद विहार की हवा भी पिछले कई दिनों से लगातार खराब बनी हुई है.
नोएडा और सटे इलाकों का भी कमोबेश यही हाल है. दिल्ली में खराब एयर क्वालिटी को देखते हुए हवा की गुणवत्ता इतनी खराब हो गई है कि यहां GRAP-I लागू कर दिया गया है और प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों पर पाबंदियां लगा दी गई हैं.
एयर पॉल्यूशन के मामले में उत्तर प्रदेश का मुजफ्फरनगर सबसे ज्यादा प्रदूषित बताया जा रहा है. वहीं दिल्ली इस लिस्ट में चौथे नंबर पर है, जबकि ग्रेटर नोएडा छठे और नोएडा 7वें नंबर पर है. हालांकि ये लिस्ट एवरेज पॉल्यूशन लेवल के आधार पर तैयार की गई है.
प्रदूषित शहरों की लिस्ट में दूसरे नंबर पर बहादुरगढ़, तीसरे नंबर पर हापुड़ और चौथे नंबर पर दिल्ली है. इस लिस्ट में पांचवें नंबर पर सिंगरौली है. हरियाणा के 2 और शहर, सोनीपत और हिसार इस लिस्ट में 9वें और 10वें नंबर पर हैं.