गो फर्स्ट ने दिल्ली और मुंबई में अपनी फैसिलिटी के ऑडिट के स्पेशल ऑडिट के बाद एविएशन रेगुलेटर DGCA की ओर से मांगी गई अतिरिक्त जानकारी दे दी है. PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, एयरलाइन के एक अधिकारी ने ये कहा. अधिकारी ने ये भी बताया कि एयरलाइन ने अब ऑपरेशंस दोबारा शुरू करने का फैसला किया है. हालांकि इसके लिए रेगुलेटरी मंजूरियों की जरूरत होगी.
अधिकारी ने बताया कि एयरलाइन प्रति दिन 15-18 एयरक्राफ्ट और 130 फ्लाइट्स के साथ शुरुआत करेगी और अगले हफ्ते में इसे बढ़ाकर 160 फ्लाइट्स प्रति दिन और 22 एयरक्राफ्ट किया जाएगा.
रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारी ने इस बात पर जोर दिया कि फ्लीट में 22 एयरक्राफ्ट की योजना और दोबारा सेवा शुरू करने के बाद प्रति दिन 160 फ्लाइट्स के प्लान में कोई बदलाव नहीं आया है. कैश की किल्लत में फंसी गो फर्स्ट 17 वर्षों से ज्यादा समय से उड़ानों का संचालन कर रही थी. एयरलाइन ने 3 मई को संचालन बंद कर दिया था. इस समय गो फर्स्ट इंसोल्वेंसी रेजोल्यूशन की प्रक्रिया से गुजर रही है.
अधिकारी ने कहा कि DGCA ने ऑडिट के बाद हमसे अतिरिक्त जानकारी मांगी थी, जिसे हमने दे दिया है. हमारे जवाबों के आधार पर, रेगुलेटर ने सफाई के लिए कुछ और जानकारी मांगी और वो जानकारी हमने सबमिट कर दी है. इसके बारे में कुछ चिंता करने की जरूरत नहीं है.
उन्होंने बताया कि एयरलाइन के पास 22 एयरक्राफ्ट हैं, चार रिजर्व में हैं और जब हमें इजाजत मिल जाएगी, हम उन्हें डिप्लॉय करना शुरू कर देंगे. उनके मुताबिक, एयरलाइन शुरुआत में कुछ 15 से 18 एयरक्राफ्ट लाने की सोच रही है.
इसके अलावा अधिकारी ने बताया कि पहले हफ्ते में, एयरलाइन के पास 130 उड़ानें होंगी और फिर अगले हफ्ते में इसे बढ़ाकर 160 फ्लाइट्स तक पहुंचाया जाएगा. डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने इस महीने की शुरुआत में गो फर्स्ट की फैसिलिटी का स्पेशल ऑडिट किया था.
10 जुलाई को, गो फर्स्ट के रेजोल्यूशन प्रोफेशनल शैलेन्द्र अजमेरा ने एयरलाइन के भावी खरीदारों से एक्सप्रेशन ऑफ इंट्रस्ट (EoI) आमंत्रित किए थे, जिससे बिक्री की प्रक्रिया को तेज किया जा सके. एक सार्वजनिक नोटिस के मुताबिक, EoIs को सबमिट करने की डेडलाइन 9 अगस्त है और रेजोल्यूशन के भावी आवेदकों की आखिरी सूची का ऐलान 19 अगस्त को किया जाएगा.