कोरोना काल में वर्क फ्रॉम होम और ऑनलाइन पढ़ाई के बाद बड़े घरों की डिमांड बढ़ी थी. अब रियल एस्टेट कंसल्टेंट एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक देश में घरों की कीमतों में बढ़ोतरी के बाद भी डिमांड बढ़ी है.
जनवरी से मार्च के दौरान टाॅप-7 शहरों में घरों की बिक्री 14% बढ़कर 1.13 लाख यूनिट से ज्यादा रहने का अनुमान है. एनारॉक की रिपोर्ट के मुताबिक घरों की कीमतों में 6 से 9% की बढ़ोतरी के बावजूद घरों की बिक्री बढ़ी है.
एनारॉक के मुताबिक जनवरी से मार्च के दौरान बड़े घरों की बिक्री 1,13,770 यूनिट्स रहने का अनुमान है. जो कि पिछले साल इस समय बिक्री 99,550 यूनिट्स रही था. ऐसे में इस साल 14% की बढ़ोतरी का अनुमान है. इस कुल बिक्री के दौरान मुंबई और पुणे ने 48% का योगदान दिया है. जबकि दिल्ली-NCR एकमात्र ऐसा शहर है, जहां बिक्री में गिरावट देखी जा रही है.
कई बड़ी और छोटी कंपनियों द्वारा छंटनी सहित वैश्विक आर्थिक चुनौतियों के बावजूद साल की पहली तिमाही में भारत के हाउसिंग मार्केट में तेजी जारी रही.एनारॉक रिपोर्ट
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि घरों की बिक्री का दौर 2023 से ही जारी है और पहली तिमाही के दौरान ही 2022 के ऊंचे स्तर को पार कर चुकी थी. उन्होंने कहा कि महंगे घरों यानी 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा के घरों की डिमांड इस तिमाही में सबसे ज्यादा रही है.
महंगाई दर और बैंकों की दरों में बढ़ोतरी से घरों की बिक्री में कमी आ सकती है. RBI की बढ़ती दरों से हाउसिंग मार्केट प्रभावित हो सकता है. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में घरों की बिक्री जनवरी-मार्च में 19% बढ़कर 34,690 यूनिट रहने का अनुमान है.अनुज पुरी, चेयरमैन, एनारॉक
एनारॉक रिपोर्ट के मुताबिक पुणे में हाउसिंग सेल 14,020 यूनिट से 42% बढ़कर 19,920 यूनिट हुई है. वहीं दिल्ली-NCR में घरों की बिक्री 9% घटकर यानी 18,835 यूनिट्स से 17,160 हो गई है. बंगलुरु में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 16% बढ़कर 15,660 यूनिट का अनुमान है.