महंगाई के मोर्चे पर राहत मिली है. देश की थोक महंगाई दर चार महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई है. आज जारी आंकड़ों के मुताबिक एक साल पहले के मुकाबले अगस्त में WPI 1.31% रही है. इससे पहले जुलाई में थोक महंगाई 2.04% की दर से बढ़ी थी.
अगर मासिक आधार पर देखें तो ये फूड इंडेक्स में गिरावट की वजह से जुलाई के मुकाबले थोक महंगाई दर 0.45% घटी है. थोक महंगाई दर में आई इस कमी के पीछे कमोडिटी कीमतों में आई गिरावट है.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने मंगलवार को डेटा जारी करके ये जानकारी दी. ब्लूमबर्ग के अर्थशास्त्रियों के पोल में अगस्त के लिए थोक महंगाई 1.78% रहने का अनुमान जताया गया था.
प्राइमरी आर्टिकल्स की थोक महंगाई 2.42% रही. पिछले महीने जुलाई में ये 3.08% थी.
WPI फूड इंडेक्स में थोक महंगाई अगस्त में 3.11% रही है, ये जुलाई में 3.45% थी.
मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स में महंगाई 1.22% बढ़ी. इससे पहले जुलाई में ये 1.58% थी.
ईंधन और बिजली में थोक महंगाई 0.67% घटी, जुलाई में ये 1.72% थी.
सब्जियों की महंगाई अगस्त में 10.01% घटी, जुलाई में 8.93% की गिरावट थी
'WPI फूड इंडेक्स' में प्राइमरी आर्टिकल्स ग्रुप से 'फूड आर्टिकल्स' और मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट ग्रुप से 'फूड प्रोडक्ट' शामिल होते हैं.
इससे पहले जारी हुए आंकड़ों में रिटेल महंगाई दर (CPI) 3.65% रही थी. CPI का आंकड़ा अनुमानों के आसपास ही रहा था. ब्लूमबर्ग पोल में अर्थशास्त्रियों ने अगस्त में महंगाई के 3.42% रहने का अनुमान लगाया था.