आज अयोध्या की छटा निराली है, क्योंकि इस बार यहां दिवाली राम वाली है. आज फिर एक बार दिवाली की पूर्व संध्या पर अयोध्या नगरी दीयों की रौशनी से जगमग हुई है. बुधवार को अयोध्या के घाटों पर लाखों दीये जल चुके हैं. श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद ये अयोध्या का पहला दीपोत्सव है. इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए खुद उत्तर प्रदेश के CM योगी और कंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत भी अयोध्या पहुंचे हैं.
दीप प्रज्ज्वलन के साथ ही अयोध्या के घाटों पर अध्यात्म, संस्कृति और परंपरा का अनूठा संगम दिखा. इस दीपोत्सव में अयोध्या ने अपना पिछला 22 लाख दीयों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. राम की पैड़ी समेत 55 घाटों पर 28 लाख दीये बिछाए गए और उन्हें प्रज्ज्वलिस करने की जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के 30 हजार वॉलंटियर्स को दी गई. दीपोत्सव के मौके पर राम की पैड़ी पर भव्य लेजर शो का भी आयोजन किया गया.
अयोध्या पहुंचते ही CM योगी आदित्यनाथ ने राम दरबार की अगवानी की. अपने हाथों से प्रभु श्रीराम का राजतिलक किया इसके अलावा, सीता, लक्ष्मण और हनुमान की भूमिका निभाने वाले अन्य किरदारों को तिलक लगाकर मालाएं पहनाईं. इसके बाद योगी ने खुद राम दरबार की आरती की.
झांकी आयोजन की शुरुआत साकेत महाविद्यालय से हुई, यहां से राम कथा पार्क तक निकाली गई इन झांकियों के मनोहारी दृश्य को हर कोई अपने मोबाइल में कैद करते दिखा. इस कार्यक्रम में साकेत महाविद्यालय के छात्रों ने प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े सभी महत्वपूर्ण प्रसंगों को बड़े ही सुंदर और जीवंत ढंग से प्रस्तुत किया है. झांकियों के जरिए छात्रों ने फरुआही, बमरसिया, मयूर, बहरूपिया, अवधी, थारू समेत अनेक लोकनृत्य भी किए.
अयोध्या में शाम एक भव्य ड्रोन शो का भी आयोजन किया गया, जिसके जरिए लोगों ने प्रभु श्री राम, लक्ष्मण और हनुमान जी की वीर मुद्रा का दिव्य दर्शन किया. कार्यक्रम में खासतौर से लेजर लाइट्स, वॉयस ओवर और म्यूजिकल नैरेशन लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करता नजर आया. ड्रोन शो के जरिए रावण वध, पुष्पक विमान, दीपोत्सव, राम दरबार वाल्मीकि, तुलसीदास व राम मंदिर को भी अयोध्या के आकाश में ड्रोन के जरिए दर्शाया और दिखाया गया.