टमाटर के बढ़े हुए भाव के चलते जून की तुलना में जुलाई में 'वेजिटेरियन थाली' 28% महंगी हो गई. वहीं नॉन वेज थाली की कीमत में जुलाई में 11% का उछाल आया. ये डेटा अगस्त के लिए रेटिंग एजेंसी Crisil की 'रोटी राइस रेट' रिपोर्ट से सामने आया है.
रिपोर्ट के मुताबिक थालियों की कीमतों में आया ये उछाल टमाटर की कीमतों में आए 233% के उछाल के चलते हैं, जो जून में 33 रुपये किलोग्राम से बढ़कर 110 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गए.
क्रिसिल ने बताया कि किसी घर में एक थाली को बनाने की कीमत उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम भारत में मौजूद इनपुट प्राइसेज के आधार पर तय की गई है.
थाली की कीमत में बढ़ोतरी का ये लगातार तीसरा महीना है. वहीं ये FY24 में पहला ऐसा महीना है, जहां सालाना आधार पर थाली की कीमत में इजाफा देखा गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस दौरान प्याज और आलू की कीमतों में भी 16% और 9% की बढ़ोतरी हुई, जिसके चलते भी थाली की कीमत और ज्यादा बढ़ी.
जून की तुलना में मिर्च की कीमतें भी जुलाई में 69% बढ़ गई हैं. लेकिन इसका थाली की कीमत पर सीमित असर है.
वहीं नॉन वेजेटेरियन थाली में ऊंची होती कीमतों को ब्रॉयलर चिकन की कीमतों में आई कमी ने कुछ हद तक रोका है. फिर वेजिटेबल ऑयल में आई 2% की कमी से दोनों थालियों को कुछ राहत मिली है.