धनतेरस पर सोना खरीदना शुभ माना जाता है. बहुत से लोग ज्वैलरी शॉप से खरीदारी करते हैं और बहुत सारे लोग ऑनलाइन भी. ब्लिंकिट, बिगबास्केट, स्विगी इंस्टामार्ट और जेप्टो जैसे क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने भी अपने ग्राहकों को सोने-चांदी के सिक्के डिलीवर करने की सुविधा दी है. इसी सुविधा का लाभ उठाने वाले एक ब्लिंकिट यूजर को धनतेरस पर चूना लग गया.
ग्राहक का दावा है कि ब्लिंकिट पर उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. हालांकि ब्लिंकिट महज एक डिलीवरी प्लेटफॉर्म है, जो दुकानों से सामान लेकर ग्राहकों तक पहुंचाने भर का माध्यम होने का दावा करती है.
मोहित जैन नाम के इस यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में दावा किया है कि उसने ब्लिंकिट के जरिये मालाबार गोल्ड एंड डायमंड्स से 1 ग्राम सोने का सिक्का और 10 ग्राम चांदी का सिक्का ऑर्डर किया. जब ऑर्डर रिसीव हुआ तो उन्हें महज 0.5 ग्राम सोने का सिक्का मिला. यानी उन्हें आधे ग्राम सोने की चपत लग गई.
X पोस्ट में मोहित जैन ने लिखा, 'ब्लिंकिट की ठगी का शिकार हुआ. मैंने ब्लिंकिट से एक ग्राम सोने के सिक्के के साथ-साथ एक ग्राम चांदी का सिक्का भी ऑर्डर किया था. ये सब प्रीपेड था. मैं ऑर्डर लेने के लिए घर पर नहीं था, इसलिए अपने छोटे भाई को OTP दे दिया. 20 मिनट के बाद मैं घर पहुंचा और देखा कि गलत आइटम डिलीवर हो गया था.'
उन्होंने लिखा, 'मुझे 0.5 ग्राम का मालाबार सोने का सिक्का (गुलाब डिजाइन) मिला. मैंने जो ऑर्डर किया था वो 1 ग्राम माता लक्ष्मी की तस्वीर वाला सोने का सिक्का था.' उन्होंने आगे बताया कि CCTV फुटेज से भी गलत प्रॉडक्ट की डिलीवरी होने की पुष्टि हुई है.
ग्राहक का दावा है कि जब तक उन्हें इस धोखे के बारे में पता चला, तब तक रिटर्न विंडो क्लोज हो चुका था. यानी ऑर्डर रिटर्न करने का टाइम खत्म हो गया था. जैन ने X पोस्ट में उनके मूल ऑर्डर की डिटेल्स वाली स्क्रीनशॉट और उन्हें डिलीवर्ड हुए 0.5 ग्राम सोने के सिक्के की एक तस्वीर डाली है.
अपनी पोस्ट में जैन ने आगे लिखा, '20 मिनट के बाद, रिटर्न विंडो बंद हो गई और मैं किसी भी सपोर्ट एग्जीक्यूटिव से संपर्क नहीं कर सका. मैंने डिलीवरी करने वाले व्यक्ति को फोन किया और उससे बात करते हुए रोया.'
पीड़ित ग्राहक ने पोस्ट में ब्लिंकिट के कस्टमर केयर प्रतिनिधि के साथ उसकी बातचीत का स्क्रीनशॉट भी डाला. ऑटोमैटेड मैसेज में जवाब आया- आइटम के लिए कंप्लेंट विंडो बंद कर दी गई है.'
एक अन्य ऑटोमैटेड मैसेज में कहा गया, 'क्या आप इस बारे में प्रतिक्रिया साझा करना चाहेंगे कि चयनित आइटम में क्या गलत हुआ? इससे हमें समस्या को बेहतर ढंग से समझने और अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी.'
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बहस शुरू कर दी है. कई यूजर्स ने इस गड़बड़ी और ब्लिंकिट के व्यवहार पर गुस्सा और निराशा व्यक्त की.
एक यूजर ने लिखा, 'ब्लिंकिट इन दिनों एक घोटाला है. उनकी कस्टमर सर्विस एक मजाकिया शो है. यहां तक कि उन्हें टैग करने पर भी मुझे कोई जवाब नहीं मिला, समाधान तो दूर की बात है. उनसे महंगा सामान मंगवाने से बचें.'
दूसरे यूजर ने लिखा, 'मुझे नहीं पता कि आप लोग महंगे सामानों के लिए इन ऐप्स पर क्यों भरोसा करते हैं. ये लोग हमारे छोटे ऑर्डर भी नहीं संभाल सकते. लेकिन मुझे आपके लिए दुख है! उम्मीद है कि अधिकारी इस पर ध्यान देंगे.'
एक तीसरे यूजर ने टिप्पणी की, 'हमें भी ब्लिंकिट पर धोखा मिला. हमने दिवाली गिफ्ट के लिए ड्राई फ्रूट्स का ऑर्डर दिया था, लेकिन हमें जो भी डिब्बे मिले वे सड़े हुए और खराब थे. जब हमने रिफंड मांगने की कोशिश की तो उन्होंने रिटर्न विंडो बंद कर दी और ईमेल का जवाब नहीं दिया.'
इस यूजर ने कहा, 'हमने अब ब्लिंकिट का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है, इसलिए दूसरों को भी ऐसा करना चाहिए.'
कुछ यूजर्स का कहना है कि ताजा मामले में जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि गलती ब्लिंकिट की ओर से हुई है या ज्वैलरी शॉप की ओर से या फिर डिलीवरी ब्वॉय ने ही कोई गलती की है. खबर लिखे जाने तक ब्लिंकिट या मालाबार गोल्ड की ओर से इस बारे में प्रतिक्रिया नहीं आई है.