दिवाली की रात दिल्ली-NCR में हुई आतिशबाजी से एक बार फिर एयर क्वालिटी बहुत खराब हो गई. पटाखों पर बैन के बावजूद खूब आतिशबाजी हुई और आसमान धुआं-धुआं हो गया. पटाखे जलाने के चलते प्रदूषण इतना फैला कि सांस लेना मुश्किल हो गया. शुक्रवार की सुबह NCR की सुबह, धुंध और धुएं में लिपटी रही और ऐसे में ज्यादातर लोगों ने मॉर्निंग वॉक से परहेज किया.
स्विस एयर क्वालिटी मॉनिटर 'आईक्यू एयर' (IQAir) शुक्रवार की सुबह दिल्ली, दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बन गई. IQAir ने राजधानी दिल्ली का एवरेज AQI 359 दर्ज किया. इसके बाद पाकिस्तान का लाहौर शहर दूसरे नंबर पर था, जिसका AQI 217 दर्ज किया गया.
चीन की राजधानी बीजिंग (AQI 182), बंगाल की राजधानी ढाका (AQI 174) और चीन का ही एक और शहर वुहान (AQI 166) भी टॉप-5 प्रदूषित शहरों में शामिल रहा.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, प्रदूषण के मामले में आनंद विहार इलाका टॉप पर रहा. सुबह 6 बजे आनंद विहार में AQI 395 दर्ज किया गया, वहीं करीब 11 बजे तक भी आसमान साफ नहीं हो पाया और AQI 385 के स्तर पर रहा, जबकि गुरुवार की रात 10 बजे तक AQI 330 दर्ज किया गया था.
बवाना की स्थिति भी डरा देने वाली रही. यहां हवा की गुणवत्ता 388 दर्ज की गई. बात अगर द्वारका की करें तो सुबह 6 बजे यहां का एक्यूआई 375 दर्ज किया गया.
दिवाली के दिन, दिल्ली में बड़ी संख्या में लोगों ने पटाखों पर लगे प्रतिबंध का उल्लंघन किया, जिससे वायु प्रदूषण के स्तर में भारी बढ़ोतरी हुई. गुरुवार रात को दिल्ली की हवा इतनी जहरीली हो गई कि PM 2.5 का लेवल 900 तक पहुंच गया था. सुप्रीम कोर्ट के पटाखों पर बैन वाले आदेश के बावजूद राजधानी में पटाखों की खूब आवाज सुनी गई. दिवाली की रात जहांगीरपुरी और RK पुरम में प्रदूषण रिकॉर्ड स्तर पर रहा.