G20 समिट से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) के बीच द्विपक्षीय बातचीत हुई है. इस बातचीत में क्वाड, डिफेंस, सेमीकंडक्टर और 6G के साथ-साथ तमाम मोर्चों पर भारत-अमेरिका के सहयोग को बढ़ाने की बात हुई.
बाइडेन से द्विपक्षीय मुलाकात के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा 'हमारी मीटिंग काफी प्रोडक्टिव रही. हमने कई ऐसे विषयों पर बात की, जिनसे आगे भारत और अमेरिका लोगों के व्यक्तिगत और आर्थिक संबंध मजबूत होंगे. दुनिया का और भला करने में भारत और अमेरिका की दोस्ती अहम किरदार अदा करेगी.'
बैठक के बाद भारत और अमेरिका की ओर से जारी संयुक्त बयान में दोनों सरकारों द्वारा आपसी विश्वास और आम सहमति के आधार पर सहयोग को आगे बढ़ाने की बात कही गई.
राष्ट्रपति बाइडेन ने UN सुरक्षा काउंसिल में भारत को स्थायी सदस्य के तौर पर शामिल करने का समर्थन किया. अमेरिका ने भारत के 2028-29 के लिए UNSC में गैर-स्थायी सीट के के प्रस्ताव का भी समर्थन किया.
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (ISRO) के वैज्ञानिकों को चंद्रयान-3 की चंद्रमा के साउथ पोल पर ऐतिहासिक लैंडिंग की बधाई दी. उन्होंने भारत के पहले सोलर मिशन आदित्य-एल1 के सफल लॉन्च पर भी शुभकामनाएं भी दीं.
PM मोदी और बाइडन ने क्वाड की अहमियत को भी दोहराया. बयान में कहा गया, PM मोदी भारत की मेजबानी वाले क्वाड लीडर्स समिट 2024 में बाइडेन का स्वागत करने के लिए तैयार हैं.' दोनों देशों ने मुक्त, समावेशी और मजबूत इंडो-पैसेफिक में क्वाड की अहमियत का विस्तार से जिक्र किया.
दोनों नेताओं ने मजबूत वैश्विक सेमीकंडक्टर सप्लाई चैन बनाने पर अपने समर्थन को भी दोहराया. माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी से जुड़ी रिसर्च के लिए $300 मिलियन का निवेश किया जाएगा.
मोदी और बाइडेन ने बातचीत में 6G एलायंस और नेक्स्ट G एलायंस के बीच MoU पर हस्ताक्षर किए जाने का भी स्वागत किया. उन्होंने आगे ओपन RAN और 5G/6G टेक्नोलॉजीज में रिसर्च और डेवलपमेंट पर सहयोग के लिए ज्वॉइंट टास्क फोर्स बनाने पर भी खुशी जताई.
इसके अलावा दोनों नेताओं ने भारत में GE F-414 जेट इंजनों को बनाने के लिए GE एयरोस्पेस और HAL के बीच समझौते पर भी चर्चा की. दोनों देशों ने को-प्रोडक्शन बढ़ाने और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर प्रस्ताव के लिए मिलकर तेजी से काम करने की प्रतिबद्धता जताई.