पर्वतारोही अनुराग मालू को नेपाल के काठमांडू से भारत एयरलिफ्ट कराने में अदाणी फाउंडेशन (Adani Foundation) ने अहम भूमिका निभाई. फाउंडेशन की ओर से अनुराग के लिए एक एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया गया जो उन्हें काठमांडू से भारत लेकर आई, जिसके बाद उन्हें दिल्ली स्थित एम्स के ट्रॉमा सेंटर में एडमिट कराया गया.
अनुराग, माउंट अन्नपूर्णा को फतह करने निकले थे. लेकिन उनके साथ बर्फीले पहाड़ों पर एक हादसा हो गया.
अनुराग के भाई अशीष मालू ने मंगलवार को ट्वीट कर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी और अदाणी फाउंडेशन का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने लिखा, 'समय पर एयरलिफ्ट करने के लिए 'धन्यवाद' शब्द काफी नहीं हैं. उन्होंने लिखा कि अनुराग मालू को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए गौतम अदाणी और अदाणी फाउंडेशन का दिल से धन्यवाद. '
अनुराग मालू राजस्थान के किशनगढ़ के निवासी हैं. मालू 5,800 मीटर की ऊंचाई से गिरने के बाद 17 अप्रैल को लापता हो गए थे. वे माउंट अन्नपूर्णा पर कैंप 3 से नीचे आ रहे थे. ये दुनिया का 10वां सबसे ऊंचा पहाड़ है. इसे बेहद खतरनाक माना जाता है. मालू हिम दरार में तीन दिन तक फंसे रहे. इसके बाद 20 अप्रैल की सुबह उन्हें बचाया गया. जब उन्हें सबसे पहले करीबी मेडिकल कैंप में ले जाया गया, उनकी हालत गंभीर थी. इसके बाद उन्हें पोखरा में मणिपाल अस्पताल में ले जाया गया और फिर काठमांडू के मेडिसिटी हॉस्पिटल लेकर गए.
मालू के परिवार ने अदाणी फाउंडेशन से एयरलिफ्ट का इंतजाम करने, नेपाल से भारत लाने और इसका खर्च उठाने की प्रार्थना की थी, क्योंकि वो इसका खर्च खुद उठाने में सक्षम नहीं थे. अदाणी ग्रुप के फाउंडर और चेयरमैन गौतम अदाणी ने तुरंत एक्शन लिया और अदाणी फाउंडेशन ने एयर एंबुलेंस का इंतजाम किया और उन्हें भारत लेकर आए.
आशीष के ट्वीट का जवाब देते हुए, गौतम अदाणी ने ट्वीट कर कहा, 'अनुराग की मदद कर पाना प्रीति और मेरे लिए सौभाग्य की बात है. हम ये जानकर खुश हैं कि अनुराग सुरक्षित हैं. हम उनके जल्द से जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं. हमें विश्वास है कि वो जल्द ही जीवन की और चोटियों को जीतने के लिए तैयार होंगे.'
अनुराग को मेडिकल इलाज के लिए नई दिल्ली में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) तक एयरलिफ्ट करके लाया गया. मौजूदा समय में उनका इलाज जारी है और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है.