लगातार बढ़ती अनफेयर प्रैक्टिसेज को लेकर अब सरकार एक्शन मोड में दिखाई दे रही है. सरकार के उपभोक्ता मामलों के विभाग ने इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है. विभाग 24 दिसंबर को नेशनल कंज्यूमर डे के मौके पर 'जागो ग्राहक जागो ऐप' ,'जागृति ऐप’ और 'जागृति डैशबोर्ड ऐप' लॉन्च करेगा.
इन ऐप्स को लॉन्च कर सरकार डार्क पैटर्न के खिलाफ एक मुहिम छेड़ना चाहती है. सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने 2023 में डार्क पैटर्न की रोकथाम और रेगुलेशन के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे, जिसमें13 डार्क पैटर्न्स के बारे में बताया गया था जो झूठी तात्कालिकता, बास्केट स्नीकिंग, सब्सक्रिप्शन टैप, इंटरफेस से छेड़छाड़ आदि थे. जिससे बचने के लिए सरकार अब ये कदम उठाने जा रही है.
कुछ समय पहले ही सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने इंडिगो एयरलाइंस (Indigo) और बुक माय शो (BookMyShow) को कंज्यूमर प्रोटेक्शन एक्ट, 2019 के तहत भ्रामक डिजाइन पैटर्न/डार्क पैटर्न के रूप में भ्रामक विज्ञापन/ अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज के लिए नोटिस जारी किया था.
उपभोक्ता मामलों के विभाग द्वारा लॉन्च किए तीनों ऐप्स की अलग- अलग विशेषताएं हैं, जिसमें 'जागो ग्राहक जागो ऐप' कंज्यूमर की ऑनलाइन गतिविधियों के दौरान सभी URL के बारे में जरूरी जानकारी देता है और उन्हें सचेत करता है कि कोई URL असुरक्षित हो सकता है और सावधानी बरतने की जरूरत है.
तो वहीं 'जागृति ऐप' कंज्यूमर्स को उन URL की रिपोर्ट करने का ऑप्शन देता है, जहां उन्हें एक या एक से ज्यादा डार्क पैटर्न की होने का शक है. जिन्हें अवैध घोषित किया गया है. इन रिपोर्ट्स को फिर सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) के पास दर्ज किया जाता है, जिसपर CCPA कार्रवाई करता है.
इसके साथ ही CCPA को 'जागृति डैशबोर्ड' के साथ मजबूत किया जा रहा है, जिसका काम ई-कॉमर्स डार्क पैटर्न URL पर रियल टाइम नजर रखना और रिपोर्ट करना है.
इन सभी कदमों से CCPA को डार्क पैटर्न की पहचान करने, कंज्यूमर विवादों के समाधान में तेजी लाने और कंज्यूमर के हितों के लिए खिलाफ चीजों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी.