लखनऊ में HDFC की एक कर्मचारी की ऑफिस में काम करने के दौरान मौत हो गई. ANI के मुताबिक लखनऊ में HDFC बैंक की एडीशनल डिप्टी VP सदफ फातिमा बैंक में कुर्सी पर बैठी थीं, तभी वे अचानक गिरीं और तुरंत उनकी मौत हो गई.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सदफ के साथी कर्मचारियों ने कहा है कि उनके ऊपर काम का दबाव था. बता दें पुणे में EY की एक कर्मचारी की कथित टॉक्सिक वर्क कल्चर के चलते मौत पर पूरे देश में चर्चा छिड़ी हुई है. ऐसे में HDFC के इस नए मामले से वर्क कल्चर पर बहस और तेज हो गई है.
ANI के साथ चर्चा में विभूतिखंड पुलिस आयुक्त राधारमण सिंह ने बताया, 'काम के दौरान सदफ फातिया की रहस्यमयी स्थितियों में मौत हो गई. उनकी बॉडी का पंचनामा कर दिया गया है और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उनकी मौत की वजह पोस्टमार्टम के बाद ही साफ हो पाएगी.'
बता दें 20 जुलाई को EY कर्मचारी एना सेबेस्टियन की मौत हो गई थी. उनकी मां अनीता ऑगस्टीन की तरफ से EY के इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को लिखा खत वायरल हो गया था, जिसके बाद इस मामले पर पूरे देश की नजर गई थी. अनीता का दावा था कि एना की मौत टॉक्सिक वर्क कल्चर के चलते हुई है.
दरअसल खत में अनीता ने बताया कि जून, 2024 तक एना को नींद और खाने से जुड़ी समस्याएं होने लगी थीं. जब अनीता और उनके पति पुणे गए तब वे एना को सीने में दर्द की शिकायत पर डॉक्टर के पास भी लेकर गए.
कार्डियोलॉजिस्ट ने तब एना में कोई हार्ट रिलेटेड समस्या नहीं पाई और कहा कि उनकी मुख्य दिक्कत नींद की कमी है. कार्डियोलॉजिस्ट ने ये भी कहा कि अनियमित खानपान की आदत के चलते एसिडिटी और एसिड रिफ्लक्स से भी एना को दिक्कत आ रही है. 20 जुलाई को दूसरी मंजिल पर चढ़ते वक्त बीच में एना चक्कर खाकर गिर गईं और उनकी मृत्यु हो गई.
अनीता ऑगस्टीन के मुताबिक वर्क स्ट्रेस समेत अन्य वजहों से एना की मौत हुई. एना को उनकी मैनेजर की तरफ से अतिरिक्त काम दिया जाता था, जिसके चलते एना स्ट्रेस में थीं.
अमेरिका में भी वर्क प्रेशर को लेकर बड़ी बहस छिड़ी हुई है. बैंक ऑफ अमेरिका में काम करने वाले लियो ल्यूकेनास का 35 साल की उम्र में वर्क प्रेशर के चलते हार्ट अटैक से निधन हो गया. कहा गया कि उन्हें हफ्ते में लगभग 100 घंटे तक काम करना पड़ता था. इसके बाद अन्य बड़ी कंपनियां वर्किंग कल्चर पर सतर्क हो गईं.
JP मॉर्गन चेज ने रायलैंड मैक्लेंडन को ऑर्गेनाइजेशन में वर्किंग कंडीशंस की मॉनिटरिंग के लिए नियुक्त किया है. मैक्लेंडन 14 साल से संस्थान के साथ जुड़े हुए हैं. उनका काम मौजूदा वर्किंग सिस्टम का एनालिसिस और अगर जरूरी हो तो इसके लिए सिस्टम में बदलाव करना है.