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इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की बड़ी कार्रवाई, दिल्ली-NCR स्थित KR मंगलम ग्रुप के खिलाफ सर्वे अभियान चलाया

स्ट ने कथित तौर पर टैक्स छूट का दुरुपयोग किया और अपने प्रोमोटरों के निजी लाभ के लिए फंड डायवर्ट किया है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी09:50 PM IST, 14 Jan 2025NDTV Profit हिंदी
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इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) ने टैक्स चोरी पर बड़ी कार्रवाई शुरू की है. टैक्स डिपार्टमेंट ने दिल्ली-NCR स्थित KR मंगलम ग्रुप के खिलाफ सर्वे अभियान चलाया. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने मंगलवार को KR मंगलम ग्रुप द्वारा संचालित एक एजुकेशनल ट्रस्ट के खिलाफ सर्वे किया है. KR मंगलम ग्रुप दिल्ली-NCR में कई स्कूल और कॉलेज ऑपरेट करता है. ट्रस्ट ने कथित तौर पर टैक्स छूट का दुरुपयोग किया और अपने प्रमोटरों के निजी लाभ के लिए फंड डायवर्ट किया है.

KR मंगलम ग्रुप ने नहीं की कोई टिप्पणी

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पिछले कुछ वर्षों में मिले डोनेशन की भी समीक्षा कर रहा है. देश के अन्य शैक्षणिक ट्रस्ट भी कथित तौर पर इसी तरह के मामलों में जांच के दायरे में हैं. ये सर्वे एडमिशन सीजन के दौरान किया गया है, जब अधिकांश स्कूल और कॉलेज अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए अपनी प्रवेश प्रक्रिया शुरू करते हैं.

इस मामले से परिचित एक सूत्र ने NDTV प्रॉफिट को बताया, 'सर्वे की कार्रवाई अभी भी चल रही है और बुधवार तक पूरी हो सकती है.' KR मंगलम ग्रुप ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की है.

व्यक्तिगत लाभ के लिए ट्रस्ट से फंड निकला गया!

इस कार्रवाई में दिल्ली-NCR में ग्रुप के प्रोमोटर से जुड़े कई परिसर शामिल थे. जांच के हिस्से के रूप में विभिन्न डिजिटल दस्तावेजों की जांच की गई. एक सूत्र ने कहा, 'चूंकि कार्रवाई अभी भी चल रही है, इसलिए टैक्स चोरी की कुल वैल्यू की अभी भी जांच की जा रही है.

सूत्र ने कहा कि प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि समूह के प्रोमोटरों और उनके परिवार के सदस्यों के व्यक्तिगत लाभ के लिए ट्रस्ट से फंड निकला गया था. उन्होंने कहा कि ये आयकर अधिनियम के तहत प्रावधानों का उल्लंघन करता है जो ट्रस्टों के लिए छूट को नियंत्रित करते हैं.

सूत्र ने कहा कि दस्तावेजों से संकेत मिलता है कि प्रोमोटरों से जुड़ी शेल फर्मों से कथित रूप से खरीदे गए सामान और सर्विस के लिए फर्जी खर्च दर्ज किए गए थे, जबकि वास्तविक सामान खरीदे या इस्तेमाल किए जाने का कोई सबूत नहीं है. ऐसे मामलों से निपटने के लिए सरकार ने शैक्षणिक और धार्मिक क्षेत्रों में काम करने वाले ट्रस्टों के लिए टैक्स नियमों को कड़ा कर दिया है. आने वाले हफ्तों में अन्य ट्रस्टों के खिलाफ आगे की कार्रवाई की उम्मीद है.

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