2014 में दुनिया की 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और 2023 में दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था. रिसर्च और ब्रोकरेज फर्म, बर्नस्टीन की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, ये सब संभव हुआ, GST जैसे ऐतिहासिक सुधारों और इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जबरदस्त खर्च से.
बर्नस्टीन ने ‘PM मोदी के नेतृत्व में एक दशक - एक लंबी छलांग’ शीर्षक से एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें ये बात कही गई है.
बर्नस्टीन ने मोदी सरकार के कार्यकाल पर 31 पन्नों की रिपोर्ट जारी की है. इसमें कहा गया है कि मोदी सरकार में भारत ने कई क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति देखी है, जिसमें डिजिटलीकरण, अर्थव्यवस्था का फॉर्मलाइजेशन, मैन्युफैक्चरिंग की पहल से निवेश को आकर्षित करने के लिए बेहतर नीतिगत माहौल और बुनियादी ढांचे पर खर्च में बढ़ोतरी शामिल है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी सरकार ने कई मोर्चों पर काफी अच्छा काम किया है.
बर्नस्टीन के मुताबिक, वित्तीय समावेश और डिजिटलीकरण एक बड़ी सफलता की कहानी रही है क्योंकि 2014 के बाद से खोले गए 50 करोड़ जन धन खातों की बदौलत बैंक खातों वाले व्यक्तियों की संख्या 2011 में जनसंख्या के 35% से बढ़कर 2021 तक 77% से अधिक हो गई है.
बर्नस्टीन रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले कई साल के दौरान अर्थव्यवस्था सुस्त रही है, लेकिन सरकार ने नए सुधारों के जरिये अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाया है.
रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि भारत वैश्विक स्तर पर GDP के मामले में पांचवें स्थान पर आ गया है. 2014 में भारत 10वें स्थान पर था. लेकिन, प्रति व्यक्ति आय के आधार पर लिस्ट में भारत काफी पीछे 127वें स्थान पर है. हालांकि, 2014 की तुलना में भारत की स्थिति सुधरी है. 2014 में भारत 147वें स्थान पर था.