जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ है. समाचार एजेंसी PTI ने शुरुआती सूचना में बताया कि आतंकियों ने कुछ पर्यटकों को निशाना बनाया, इस हमले में एक पर्यटक की मौत और 8 लोग घायल हुए हैं. हालांकि बाद में आई कुछ खबरों में ये संख्या 20 तक बताई जा रही है. हमले की जिम्मेदारी लश्कर समर्थित आतंकी संगठन TRF ने ली है.
PTI के अनुसार, सूचना के बाद तुरंत सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और मोर्चा संभाल लिया. उन्होंने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. इस हमले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गृह मंत्री अमित शाह से बात की है और शाह जम्मू- कश्मीर के लिए रवाना हो गए.
घाटी में जहां हमला हुआ, वो जगह हरे-भरे मैदानों और सुंदर नजारों के लिए जानी जाती है, जिसे 'मिनी स्विट्जरलैंड' भी कहा जाता है. मंगलवार दोपहर करीब 3 बजे आतंकवादी घने जंगलों से नीचे उतरे और वहां घूम रहे पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं.
पर्यटकों को निशाना बनाने वाले कुछ आतंकी पुलिस की वर्दी में थे. इसके चलते स्थानीय लोगों के साथ पर्यटक भी उनके आतंकी होने का अनुमान नहीं लगा पाए. कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, चश्मदीदों ने बताया कि आतंकी, नाम पूछकर गोलियां बरसा रहे थे. घटना के बाद IG और DIG समेत तमाम बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे.
घायल लोगों को हेलीकॉप्टर की मदद से तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया. कुछ घायल पर्यटकों को स्थानीय लोगों ने अपने टट्टुओं पर लादकर नीचे लाया. स्थानीय अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि 12 घायलों को पहलगाम के अस्पताल में भर्ती कराया गया है और सभी की हालत अब स्थिर है. एक महिला पर्यटक ने बताया, 'हम सब परिवार के साथ घूमने आए थे. मेरे पति के सिर में गोली लगी है. हमारे साथ के कई लोग घायल हैं.'
हमले के बाद पहलगाम में अफरा-तफरी मच गई. जहां कुछ घंटे पहले तक पर्यटकों की भीड़ थी, वहीं अब सन्नाटा पसरा हुआ है. डर के चलते बड़ी संख्या में पर्यटक इलाके से निकल गए हैं. प्रशासन ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर दी है. सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमें बाइसरण घाटी में तलाशी अभियान चला रही हैं. चारों ओर से आतंकियों की तलाश की जा रही है.
घटना की सूचना मिलते ही गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली में उच्च स्तरीय बैठक की और तुरंत श्रीनगर रवाना हो गए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस हमले पर कड़ा रुख अपनाया है. उन्होंने X पर लिखा, 'मैं पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करता हूं. जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदना है. घायल लोग जल्द ठीक हों, इसकी प्रार्थना करता हूं. जो इस जघन्य कृत्य के पीछे हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी इस आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि निर्दोष नागरिकों पर हमला अक्षम्य है. उन्होंने कहा, 'यह नृशंस और अमानवीय कृत्य है जिसकी स्पष्ट रूप से निंदा होनी चाहिए.'
वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी घटना को भयावह बताया और कहा कि सरकार को जवाबदेही लेनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'अब वक्त आ गया है कि सरकार ठोस कदम उठाए और ऐसी घटनाएं फिर न हों, ये सुनिश्चित करे.'
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा, ये हमला हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला है. मैं इस बर्बर घटना से स्तब्ध हूं. हमारे मेहमानों पर हमला किसी भी दृष्टि से क्षम्य नहीं है. इस हमले को अंजाम देने वाले इंसान नहीं हैं.'
ये आतंकी हमला ऐसे समय हुआ है जब कश्मीर में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और आगामी 3 जुलाई से 38 दिन की अमरनाथ यात्रा शुरू होनी है. पहलगाम इस यात्रा का पारंपरिक रास्ता है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां से अमरनाथ जाते हैं. दूसरी ओर अमेरिका के उपराष्ट्रपति JD वेंस अपने परिवार के साथ भारत यात्रा पर हैं और वे राजस्थान में मौजूद थे. ऐसे में इस हमले को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता जताई जा रही है.
पहलगाम में हुआ ये हमला पूरे देश को झकझोर गया है. एक तरफ कश्मीर को पर्यटन के लिए फिर से सजाया-संवारा जा रहा था, वहीं दूसरी ओर आतंक की ये साजिशें फिर से डर का माहौल बना रही हैं. सरकार ने साफ कर दिया है, आतंकियों को छोड़ा नहीं जाएगा.