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Kunal Kamra Controversy: कुणाल कामरा के आपत्तिजनक बोल, पुलिस और BMC की कार्रवाई; पक्ष-विपक्ष ने क्‍या कहा?

जहां एक तरफ शिवसेना (शिंदे गुट) और BJP इसे अपमान बता रही हैं, वहीं विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जोड़ रहा है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी03:42 PM IST, 24 Mar 2025NDTV Profit हिंदी
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महाराष्ट्र के डिप्टी CM एकनाथ शिंदे पर स्टैंडअप कॉमेडियन कुणाल कामरा की टिप्पणी को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. कुणाल कामरा के एक परफॉर्मेंस से शुरू हुआ ये विवाद अब राजनीतिक और प्रशासनिक स्तर तक पहुंच गया है.

जहां एक तरफ शिवसेना (शिंदे गुट) और BJP इसे अपमान बता रही हैं, वहीं विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता से जोड़ रहा है. मामला BMC की कार्रवाई, FIR और नेताओं की तल्ख बयानबाजी के चलते और भी गरमा गया है.

क्‍या है मामला?

अपने शो के दौरान कुणाल कामरा ने एक गाना गाया, जिसमें उन्होंने बिना नाम लिए ‘गद्दार’ शब्द का इस्तेमाल कर एकनाथ शिंदे पर कटाक्ष किया. इसके बाद शिवसेना (शिंदे गुट) और BJP ने कुणाल कामरा के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है, जबकि विपक्ष इसे अभिव्यक्ति की आजादी का मुद्दा बताते हुए कामरा के पक्ष में है.

विवाद भड़कने के बाद रविवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं ने मुंबई के खार इलाके में स्थित उस क्‍लब में तोड़फोड़ की, जहां कुणाल कामरा का शो शूट हुआ था. इसके अलावा खार में मौजूद यूनिकॉन्टिनेंटल स्टूडियो और होटल में भी तोड़फोड़ की गई. शिवसेना कार्यकर्ताओं का आरोप है कि इसी स्टूडियो में वो वीडियो शूट किया गया था, जिससे विवाद खड़ा हुआ.

BMC की कार्रवाई

तोड़फोड़ के बाद सोमवार को BMC की टीम हथौड़े लेकर खार पुलिस स्टेशन के पास यूनिकॉन्टिनेंटल स्टूडियो पहुंची है. BMC के सहआयुक्त विनायक विसपुते के नेतृत्व में अधिकारियों ने स्टूडियो के अंदर जांच की. NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, संकेत मिल रहे हैं कि अगर स्टूडियो में कोई अवैध निर्माण मिला तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

पुलिस की कार्रवाई

शिवसेना विधायक मुराजी पटेल की शिकायत पर MIDC पुलिस स्टेशन में कुणाल कामरा के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई है. दूसरी ओर, मुंबई पुलिस ने शिवसेना नेता राहुल कनाल और 11 अन्य कार्यकर्ताओं को होटल और स्टूडियो में तोड़फोड़ करने के आरोप में गिरफ्तार किया है.

इसके साथ ही राहुल कनाल ने भी खार पुलिस स्टेशन में कुणाल कामरा, संजय राउत, आदित्य ठाकरे और राहुल गांधी के खिलाफ एकनाथ शिंदे का अपमान करने के आरोप में मामला दर्ज कराने की मांग की है.

CM बोले- बर्दाश्‍त नहीं किया जाएगा

महाराष्ट्र के CM देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'स्टैंडअप कॉमेडी करने की आजादी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि कोई कुछ भी कह सकता है. महाराष्ट्र की जनता तय कर चुकी है कि गद्दार कौन है. कुणाल कामरा को माफी मांगनी चाहिए. ये बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संविधान अभिव्यक्ति की आजादी देता है, लेकिन इसकी सीमाएं हैं. 2024 के चुनावों में जनता ने देशद्रोहियों को घर बैठा दिया. हास्य करना ठीक है, लेकिन अगर जानबूझकर हमारे डिप्टी CM का अपमान किया जाएगा तो इसे सहन नहीं किया जाएगा.'

शिवसेना नेता शाइना एनसी ने कहा, 'महाराष्ट्र के सबसे लोकप्रिय CM रहे और मौजूदा डिप्टी CM को 'गद्दार' कहना कॉमेडी नहीं, अश्लीलता है. ये वही UBT है, जो कामरा को कठपुतली की तरह इस्तेमाल कर रहा है. एक ऑटोरिक्शा चालक से CM बने एकनाथ शिंदे का इस तरह मजाक उड़ाना सस्ती लोकप्रियता पाने की कोशिश है.'

कामरा के पक्ष में विपक्ष

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कुणाल कामरा के पक्ष में खड़े हैं. उन्‍होंने कहा कि कामरा ने कुछ भी गलत नहीं कहा है. वहीं समाजवादी पार्टी से राज्‍यसभा सांसद जया बच्‍चन ने भी कामरा का बचाव किया है.

उन्‍होंने कहा, '... बोलने की आजादी कहां है? कार्रवाई की आजादी तभी है, जब हंगामा हो...' उन्होंने आगे कहा, 'आप (एकनाथ शिंदे) अपनी असली पार्टी छोड़कर, सत्ता के लिए दूसरी पार्टी में आ गए. क्या ये बालासाहेब ठाकरे का अपमान नहीं है?'

शिवसेना (UBT) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने शिवसेना (शिंदे गुट) कार्यकर्ताओं की तोड़फोड़ पर कहा, 'एक मजाक पर हमला किया जा रहा है, जिसमें एकनाथ शिंदे का नाम तक नहीं लिया गया. अगर आपत्ति है तो FIR दर्ज कराएं, तोड़फोड़ क्यों? इससे साबित होता है कि जो कहा गया, उसमें सच्चाई है. महाराष्ट्र देख रहा है कि किस तरह कानून को हाथ में लिया जा रहा है.'

NCP-SCP विधायक रोहित पवार ने कहा, 'व्यंग्यात्मक टिप्पणियां बालासाहेब ठाकरे जैसे बड़े नेताओं की ताकत थीं. पहले भी नेताओं पर टिप्पणियां हुईं, लेकिन किसी का कद कम नहीं हुआ. 2003 में छगन भुजबल पर टिप्पणी के बाद उनके कार्यकर्ताओं ने तोड़फोड़ की थी, लेकिन भुजबल ने जिम्मेदारी लेकर इस्तीफा दिया. आज के दौर में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता घटी है. नेताओं को अपने कार्यकर्ताओं को संयम का पाठ पढ़ाना चाहिए.'

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