दिल्ली NCR में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से आस-पास की जनता और देश के एविएशन सेक्टर को बड़ी उम्मीदें हैं. नोएडा के जेवर में बन रहे इस एयरपोर्ट के पहले फेज का काम इसी साल दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है. इसका 3.9 किलोमीटर लंबा रनवे बनकर तैयार हो चुका है, साथ ही टर्मिनल बिल्डिंग का ढांचा भी खड़ा हो चुका है. अब जेवर में बन रहे इस नए एयरपोर्ट की पहली उड़ान की तारीख सामने आ गई है.
एयरपोर्ट को अगले साल अप्रैल महीने में शुरू किया जाएगा. इस एयरपोर्ट की खास बात ये होगी कि यहां अगले साल 17 अप्रैल से घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा का ऑपरेशन एकसाथ शुरू हो रहा है, जो आमतौर प एकसाथ नहीं किया जाता है. आम तौर पर पहले एयरपोर्ट पर घरेलू उड़ानें शुरू की जाती हैं और बाद में अंतरराष्ट्रीय उड़ानें.
अप्रैल 2025 से शुरू होने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें तो 17 अप्रैल से शुरू होंगी लेकिन टिकटों की बुकिंग फरवरी से ही शुरू हो जाएगी. घरेलू विमान सेवा के टिकट डेढ़ महीने पहले बुक किए जा सकेंगे. इस एयरपोर्ट पर अंतिम ट्रायल नवंबर के आखिरी हफ्ते और दिसंबर के पहले हफ्ते में होंगे और शुरुआत में एक दिन में 60 से ज़्यादा विमानों की आवाजाही हो सकेगी.
जेवर एयरपोर्ट शुरू होने से नोएडा के साथ-साथ गाजियाबाद और आस-पास रहने वाले लोगों को भी फायदा होगा. दिल्ली के नोएडा से सटे लोगों को एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा और दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का भार भी काफी कम हो जाएगा.
नोएडा एयरपोर्ट को पूरी तरह डिजिटल एयरपोर्ट बनाने का काम किया जा रहा है. इसमें इनडोर नेविगेशन, पैसेंजर फ्लोर मैनेजमेंट, स्मार्टफोन से चेक इन, बैगेज ड्रॉप और सभी चेकप्वाइंट पर डिजिटल प्रोसेसिंग जैसे टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल किया जाएगा.
इस एयरपोर्ट के शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश देश का पहला पांच अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट्स वाला राज्य बन जाएगा. जिससे यात्रियों को तो फायदा होगा ही, साथ ही उत्तर प्रदेश के वन ट्रिलियन डॉलर इकॉनमी बनाने के लक्ष्य को भी बल मिलेगा.
एयरपोर्ट का शिलान्यास 3 साल पहले 25 नवम्बर 2021 को किया गया था और इसे रिकॉर्ड समय में बनाने का लक्ष्य रखा गया था. नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट का उत्तर प्रदेश सरकार से 40 साल के लिए कॉन्सेशन करार हुआ है, जो 1 अक्टूबर 2021 से शुरू हो चुका है.
नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भारतीय संस्कृति से जुड़ी कला को दर्शाने का भी भरपूर प्रयास किया जा रहा है. जिससे अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों को भारत को जानने और समझने की रुचि बढ़े.