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MahaKumbh 2025: सरकार का निर्देश, किराये को नियंत्रण में रखें और अतिरिक्त फ्लाइट शुरू करें एयरलाइन्स

28 जनवरी से 4 फरवरी 2025 के बीच एकतरफा टिकट का औसत किराया, न केवल प्रयागराज बल्कि वाराणसी और लखनऊ जैसे अन्य नजदीकी शहरों के लिए डिमांड के कारण 4-5 गुना बढ़ गया है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी02:17 PM IST, 28 Jan 2025NDTV Profit हिंदी
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सरकार ने एयरलाइनों को उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज के लिए और अधिक फ्लाइट उड़ाने और किराए में छूट देने का निर्देश दिया है. महाकुम्भ के दौरान टिकटों की कीमतें कई गुना बढ़ गई हैं.

बता दें, कुम्भ 26 फरवरी तक चलेगा. 28 जनवरी से 4 फरवरी, 2025 के बीच एकतरफा टिकट का औसत किराया न केवल प्रयागराज बल्कि वाराणसी और लखनऊ जैसे अन्य नजदीकी एयरपोर्ट के लिए भी डिमांड के कारण 4-5 गुना बढ़ गया है.

दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, मुंबई जैसे प्रमुख शहरों के साथ-साथ जयपुर और भोपाल जैसे छोटे शहरों से प्रयागराज के लिए वन-वे टिकट की कीमत वर्तमान में 19,000 रुपये से 40,000 रुपये के बीच है, जबकि सामान्य किराया लगभग 4,000-8,000 रुपये है.

रिटर्न टिकट की कीमत आसमान पर!

मेकमाईट्रिप और ixigo जैसे ट्रैवल पोर्टल पर 26 फरवरी के लिए चेन्नई-प्रयागराज रिटर्न टिकट की कीमत 41,000 रुपये से अधिक है. इसी तरह, कोलकाता, लखनऊ, जयपुर से प्रयागराज को जोड़ने वाली उड़ानों के लिए उसी दिन रिटर्न टिकट की कीमत 31,000 रुपये से अधिक है, और हैदराबाद के लिए 28 जनवरी को ये कीमत 49,000 रुपये से शुरू हो रही है.

डिमांड-सप्लाई में भारी फर्क

किराए में बढ़ोतरी डिमांड और सप्लाई में भारी अंतर का परिणाम है और सरकार आम तौर पर कीमतों को रेगुलेट करने से बचती है. हालांकि, सरकार ने किराए में मनमानी बढ़ोतरी के खिलाफ आगाह किया है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय और नागरिक उड्डयन महानिदेशालय दोनों ने प्रयागराज के लिए इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और अकासा एयर सहित प्रमुख एयरलाइनों के साथ उच्च स्तरीय बैठकें कीं और उन्हें हवाई किराए को 'तर्कसंगत' बनाने का निर्देश दिया.

एयरलाइनों को अधिक फ्लाइट चलाने के लिए भी कहा गया है. खासकर प्रयागराज में आने वाले 'स्नान' दिनों के दौरान ( 29 जनवरी और 3, 4, 12 और 26 फरवरी ) अधिक यात्रियों को समायोजित किया जा सके.

जनवरी 2025 में 81 अतिरिक्त नई उड़ानें शुरू की गईं, जिससे कुल उड़ानों की संख्या 132 हो गई और हर महीने 80,000 सीटों की क्षमता हो गई. इन अतिरिक्त उड़ानों के साथ, प्रयागराज अब 17 शहरों से सीधे जुड़ गया है.

मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि फरवरी में अकासा एयर अहमदाबाद और बेंगलुरु से उड़ानें शुरू करेगी, जिससे 4,000 सीटें बढ़ेंगी. इस बीच, स्पाइसजेट दिल्ली, मुंबई, जयपुर, चेन्नई और हैदराबाद जैसे प्रमुख शहरों से सेवाएं शुरू कर रही है, जिससे 43,000 अतिरिक्त सीटें जुड़ जाएंगी.

इंडिगो और एयर इंडिया भी प्रयागराज के लिए विशेष उड़ानें संचालित कर रही हैं. मंत्रालय के मुताबिक, 'ये नई उड़ानें क्षेत्रीय संपर्क सुनिश्चित करने और महाकुम्भ के दौरान प्रयागराज में यात्रियों की आमद को समायोजित करने के लिए चल रहे प्रयासों का हिस्सा हैं. इन उड़ानों के जुड़ने से हवाई किराए पर दबाव कम होने और श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए पहुंच में सुधार होने की उम्मीद है.

मंत्रालय के मुताबिक, प्रयागराज एयरपोर्ट पर पहले से ही खाली पड़े 30,172 यात्रियों ने यात्रा की और महाकुम्भ के दौरान पहली बार एक दिन में 5,000 यात्रियों को पार करते हुए मात्र एक सप्ताह में 226 उड़ानें संचालित की गईं हैं. रात्रिकालीन उड़ानें भी शुरू की गईं, जिससे 106 वर्षों में पहली बार 24x7 कनेक्टिविटी संभव हुई है. एयरपोर्ट के टर्मिनल क्षेत्र को प्रति घंटे 1,650 यात्रियों को संभालने के लिए अपग्रेड किया गया है. इस साल महाकुम्भ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है.

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