2024 में भारतीयों ने सामूहिक रूप से अपने स्मार्टफोन पर 1.1 ट्रिलियन घंटे बिताए हैं. ये जानकारी मैनेजमेंट कंसल्टेंट EY ने दी है. मैनेजमेंट कंसल्टेंट EY ने बताया कि सस्ते इंटरनेट ने इंस्टाग्राम से लेकर नेटफ्लिक्स तक के प्लेटफॉर्म को दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में अधिक सुलभ बना दिया है.
EY ने गुरुवार को पब्लिश हुई अपनी एनुअल एंटरटेनमेंट रिपोर्ट में कहा कि भारतीय एवरेज प्रतिदिन 5 घंटे मोबाइल स्क्रीन पर बिताते हैं, जिसमें से लगभग 70% सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, गेमिंग और वीडियो के लिए समर्पित है.
इसने डिजिटल चैनलों को 2024 में भारत के 2.5 ट्रिलियन रुपये ($29.1 बिलियन) के मीडिया और मनोरंजन उद्योग का सबसे बड़ा सेगमेंट बना दिया है, जिसने पहली बार टेलीविजन को पीछे छोड़ दिया है.
भारतीयों द्वारा अपने मोबाइल फोन पर प्रतिदिन बिताया जाने वाला समय इंडोनेशिया और ब्राजील के बाद तीसरा है.
EY इंडिया के मीडिया और एंटरटेनमेंट सेक्टर के लीडर आशीष फेरवानी ने रिपोर्ट में लिखा है कि देश 'डिजिटल इन्फ्लेक्शन प्वाइंट' पर पहुंच गया है. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में कंसोलिडेशन, नए व्यापार मॉडल और साझेदारियां होंगी. देश के लगभग 40% लोग या 562 मिलियन लोग अब स्मार्टफोन का उपयोग करते हैं - जोकि अमेरिका और मैक्सिको की संयुक्त जनसंख्या से भी अधिक है.
2024 में 5G सब्सक्रिप्शन दोगुना होकर 270 मिलियन हो गया, जबकि 40% इंटरनेट सब्सक्राइबर ग्रामीण क्षेत्रों से हैं.
रिपोर्ट में कहा गया है कि मुख्य पारंपरिक मीडिया - जिसमें टेलीविजन, प्रिंट और रेडियो शामिल हैं. इन पारंपरिक माध्यमों ने 2024 में अपने रेवेन्यू और बाजार हिस्सेदारी में गिरावट देखी. इसमें कहा गया है कि संगीत कार्यक्रम और क्रिकेट टूर्नामेंट जैसे लाइव इवेंट ने भी इंडस्ट्री के डेवलपमेंट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है. रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत में ये सेक्टर 2027 में 3.1 ट्रिलियन रुपये तक बढ़ जाएगा.