प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार, 29 सितंबर को मन की बात (Mann ki Baat) कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया. कार्यक्रम का ये एपिसोड इसलिए खास रहा क्योंकि मन की बात के 10 साल पूरे हो रहे हैं. इस मौके पर PM मोदी ने कहा कि 'मैं आज भावुक हूं. मन की बात के 10 साल पूरे हो गए हैं. इस यात्रा में कई ऐसे पड़ाव रहे हैं जो मुझे हमेशा याद रहेंगे.'
PM मोदी ने आगे कहा, 'मन की बात में हर एपिसोड के साथ नई गाथाएं, नए कीर्तिमान, नए व्यक्तित्व जुड़ जाते हैं. लोगों को हौसला देने वाली बातें बहुत पसंद आती हैं.'
इन कार्यक्रमों को देश की 22 भाषाओं में सुना जा सकता है. मैं आप सभी से आशीर्वाद मांगता हूं. मन की बात के करोड़ों श्रोता इस यात्रा के साथी हैं, जिनका मुझे निरंतर सहयोग मिलता रहा है. देश के कोने-कोने से उन्होंने जानकारियां उपलब्ध कराईं. मन की बात की शुरुआत 3 अक्टूबर को विजयादशमी के दिन हुई थी. ये कितना पवित्र संयोग है कि जब मन की बात के 10 साल पूरे होंगे, तब नवरात्रि का पहला दिन होगा.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
PM मोदी ने जल संरक्षण पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ हफ्तों में देश के अलग-अलग हिस्सों में जबरदस्त बारिश हो रही है. बारिश के जल का संरक्षण काफी अहम है. बारिश के दिनों में बचाया गया पानी जल संकट के महीनों में बहुत मदद करता है. यही "Catch The Rain" मुहिम की भावना है.'
उन्होंने आगे कहा कि ये स्वच्छ भारत मिशन की ही सफलता है कि 'वेस्ट-टू-वेल्थ' का मंत्र लोगों में लोकप्रिय हो रहा है. लोग Reduce, Reuse और Recycle के बारे में बात करने लगे हैं, इसके उदाहरण देने लगे हैं.
अमेरिका की मेरी यात्रा के दौरान अमेरिकी सरकार ने भारत को करीब 300 प्राचीन कलाकृतियों को वापस किया. इनमें से कई तो 4 हजार साल पुरानी कलाकृतियां हैं.नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल होने पर भी बात की. उन्होंने कहा, '2 अक्टूबर को स्वच्छ भारत मिशन के 10 साल पूरे हो रहे हैं. ये अवसर उन लोगों के अभिनंदन का है, जिन्होंने इसे भारतीय इतिहास का बड़ा जन-आंदोलन बना दिया. ये महात्मा गांधी को बड़ी श्रद्धांजलि है. स्वच्छता से जुड़े अभियान में हमें ज्यादा से ज्यादा लोगों को शामिल करना है.'
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस महीने 'मेक इन इंडिया' अभियान के 10 साल पूरे हुए हैं. मेक इन इंडिया अभियान से गरीब, मध्यम वर्ग और MSMEs को बहुत फायदा हुआ है. आज भारत, मैन्युफैक्चरिंग का पावर हाउस बन गया है.