दिल्ली समेत उत्तर भारत के कई राज्यों में भीषण गर्मी पड़ रही है. सदी के सबसे सूखे अगस्त के बाद सितंबर में भी मॉनसून की बारिश के दर्शन नहीं हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इस महीने सामान्य बारिश का पूर्वानुमान जताया है. हालांकि दिल्ली समेत देश के कई राज्यों के लोगों को बारिश का इंतजार है.
IMD के अनुसार, सोमवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 40.1 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सितंबर में 2011 के बाद से सर्वाधिक है. राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से 6 डिग्री ज्यादा है. वहीं, सोमवार को न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो इस मौसम के औसत तापमान से एक डिग्री ज्यादा है. ऐसी गर्मी ने लोगों का जीना मुश्किल कर रखा है.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि मंगलवार की रात दिल्ली में हल्की बारिश हो सकती है. IMD ने दिनभर आसमान में बादल छाए रहने की बात कही है. IMD के अनुसार, राजधानी में अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के करीब रहने की संभावना है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार, दिल्ली में रात आठ बजे समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 233 दर्ज किया गया, जो ‘खराब' श्रेणी में आता है.
राजस्थान में अगस्त के बाद सितंबर में भी तापमान रिकॉर्ड बना रहा है. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ये जलवायु परिवर्तन का परिणाम है. राजस्थान के चुरू में फिर से अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिलानी में सोमवार को अधिकतम तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. IMD जयपुर के अनुसार, सोमवार को राजस्थान में कई शहरों में तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया.
उत्तर भारत की अपेक्षा दक्षिण भारत के राज्यों में थोड़ी राहत है. दक्षिण भारतीय राज्य केरल के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया है कि राज्य के तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम, इडुक्की और एर्नाकुलम जिलों में एक या दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है.
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, अलाप्पुझा जिले में भारी बारिश के बीच दो लोगों की मौत हो गई, जब चार लोगों को ले जा रहे एक ऑटोरिक्शा के चालक ने नियंत्रण खो दिया. इसके बाद वाहन पलट गया और अचनकोविल नदी में गिर गया. जिला प्रशासन ने बताया कि पथनमथिट्टा जिले में पिछले तीन दिनों में रुक-रुककर हुई भारी बारिश के कारण कुछ हिस्सों से भूस्खलन की सूचना मिली है और मुझियार बांध के एक फाटक को खोल दिया गया है जिससे पंबा नदी का जलस्तर बढ़ेगा.