OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ( Sam Altman) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से दिल्ली में मुलाकात की. ऑल्टमैन ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ हुई मुलाकात में भारत में AI के अवसरों और उसके रेगुलेशन के बारे में बात की.
ऑल्टमैन (Sam Altman) ने प्रधानमंत्री से मिलने के बाद ट्वीट कर लिखा, 'PM मोदी के साथ भारत के टेक इकोसिस्टम और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से देश को कैसे फायदा मिल सकता है, इस पर शानदार बातचीत हुई.'
PM मोदी ने सैम ऑल्टमैन को धन्यवाद करते हुए लिखा, 'भारत के टेक इकोसिस्टम को बेहतर बनाने में AI की संभावनाएं अपार हैं, खास तौर पर युवाओं के बीच. हम उन सभी सहयोगों का स्वागत करते हैं जो हमारे नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए हमारे डिजिटल परिवर्तन को रफ्तार दे सकते हैं.'
ऑल्टमैन ने कहा कि इंडस्ट्री में रेगुलेशन महत्वपूर्ण है लेकिन दुनिया को पूरी तरह से ऐसी कंपनियों के हाथ में नहीं छोड़ देना चाहिए जिनके पास AI की ताकत है. OpenAI खुद को रेगुलेट करता है और उसने ChatGPT को पूरी तरह सुरक्षित करने के लिए लगभग 8 महीने का समय लगाया.
ऑल्टमैन ने कहा, 'हमने ये पता लगाने के लिए एक बाहरी ऑर्गेनाइजेशन के साथ काम किया कि क्या लिमिट होनी चाहिए. हमें लगता है कि हम अकेले ऑर्गेनाइजेशन नहीं है जो यहां काम कर रहे हैं. कोऑर्डिनेशन महत्वपूर्ण है. सेल्फ रेगुलेशन जरूरी है, लेकिन मुझे लगता है कि दुनिया को पूरी तरह से उन कंपनियों के हाथों में नहीं छोड़ा जाना चाहिए, जिन्हें हम टेक्नोलॉजी की शक्ति मानते हैं.'
दुनिया भर में कई लोग शैक्षिक उद्देश्यों, टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट, सॉफ्टवेयर कोड लिखने जैसे कामों के लिए ChatGPT का इस्तेमाल कर रहे हैं. AI को रेगुलेट करने के लिए दुनिया भर में आवाज उठाई गई है.
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने कहा है कि सरकार AI को रेगुलेट करेगी. हम डिजिटल सिटीजन्स (इंटरनेट यूजर्स) का नुकसान नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि सरकार बहुत जल्द AI के लिए नए नियम ला सकती है.
इंटरनेट पर आपराधिक मामलों में बढ़ोतरी की बात करते हुए उन्होंने कहा कि हम डिजिटल नागरिकों को नुकसान पहुंचाने के प्रयासों को सफल नहीं होने देंगे. 85 करोड़ भारतीय इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं, जिसके 2025 तक 120 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है.