भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना ने एक ऐतिहासिक ऑपरेशन में, 22 अप्रैल को पहलगाम हमले के जवाब में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों पर रात 1:44 बजे हमले करके उन्हें तबाह कर दिया है. इसे 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम दिया गया है. सूत्रों ने NDTV को बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार इस ऑपरेशन पर नजर रखे हुए थे.
भारत ने पाकिस्तान और POK में उन ठिकानों पर हमला किया, जहां से आतंकवादी हमलों की योजना बनाई जा रही थी और उन्हें निर्देशित किया जा रहा था. 'ऑपरेशन सिंदूर' के कोडनाम के तहत रात भर किए गए सटीक हमलों में कुल नौ जगहों को निशाना बनाया गया.
भारत ने कहा, "हमारी कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली और गैर-बढ़ावा देने वाली रही है. किसी भी पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान को निशाना नहीं बनाया गया है. भारत ने लक्ष्यों के चयन और निष्पादन के तरीके में काफी संयम दिखाया है'. 'हम इस प्रतिबद्धता पर खरे उतर रहे हैं कि इस हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जिम्मेदार ठहराया जाएगा.'
पाकिस्तान के DG ISPR, लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि भारत ने कोटली, मुरीदके, बहावलपुर, चक अमरू, भिम्बर, गुलपुर, सियालकोट और मुजफ्फराबाद में दो साइट्स पर हमला किया. सियालकोट, बहावलपुर, चक अमरू और मुरीदके अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार स्थित हैं, बाकी नियंत्रण रेखा के पार पाक अधिकृत कश्मीर में स्थित हैं.
मुरीदके आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा का ठिकाना है, जिसे आतंकी हाफिज सईद चलाता है, और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का बहलवापुर मसूद अजहर के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का बेस है.
बाद में, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पुष्टि की कि भारत ने सटीक सैन्य हमले किए और कहा, 'पाकिस्तान को भारत की ओर से किए गए हमले का बलपूर्वक जवाब देने का पूरा अधिकार है, और इसका जोरदार जवाब दिया जा रहा है.'
भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान जिन स्थलों को निशाना बनाया, उनके नाम नहीं बताए।
यह हमला जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले के लगभग दो सप्ताह बाद हुआ है, जिसमें पाकिस्तानी आतंकवादियों ने एक पर्यटक स्थल पर 26 नागरिकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी.
भारत द्वारा हमले की घोषणा के कुछ ही मिनटों बाद भारतीय सेना ने एक्स पर पोस्ट किया और कहा, 'न्याय हुआ. जय हिंद.'