प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'ग्लोबल रिन्युएबल एनर्जी इन्वेस्टर्स मीट एंड एक्सपो (RE-INVEST)' और अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए गुजरात यात्रा पर हैं.
RE-INVEST के चौथे संस्करण को संबोधित करते हुए PM ने कहा कि तीसरे कार्यकाल के शुरुआती 100 दिन में देश के विकास के लिए सरकार ने हर सेक्टर पर ध्यान देने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा, 'पहले 100 दिनों में आप हमारी प्राथमिकताएं, हमारी गति और हमारा स्केल देख सकते हैं. हमने देश के तेज विकास के लिए हर फैक्टर और हर सेक्टर पर ध्यान देने की कोशिश की है. इन 100 दिनों में फिजिकल और सोशल इंफ्रा निर्माण के लिए कई अहम फैसले लिए गए.'
प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'भारत की विविधता, स्केल, क्षमता और संभावना अनोखी हैं. भारत अगले 1000 साल के विकास का आधार तैयार कर रहा है और यहां हमारा लक्ष्य ना केवल टॉप पर पहुंचना, बल्कि वहां बने रहना है.'
भारत G-20 में पहला ऐसा देश है, जिसने पेरिस समझौते के लक्ष्यों को समय से पहले हासिल कर लिया. डेवलप नेशन जो नहीं कर पाए, वो डेवलपिंग नेशन ने कर दिखाया. 2030 तक 500 GW के रिन्युएबल एनर्जी के टारगेट को हासिल करने के लिए हम कई मोर्चों पर काम कर रहे हैं.
पिछले 100 दिनों में भारत में 12 नई इंडस्ट्रियल सिटी बनाने का फैसला हुआ. 15 से ज्यादा नई मेड इन इंडिया सेमी हाईस्पीड वंदे भारत ट्रेन लॉन्च की गईं. हमने रिसर्च को प्रोमोट करने 1 ट्रिलियन रुपये का रिसर्च फंड बनाया.
विदेशी अतिथियों को ये जानकर अचरज होगा कि हम 7 करोड़ घर बना रहे हैं, ये कई देशों की आबादी से ज्यादा है. अब तक हम 4 करोड़ घर बना चुके हैं, बचे हुए 3 करोड़ घर बनाने का काम शुरू भी कर चुके हैं.
इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए योजना बनाई. हमारा लक्ष्य हाई परफॉर्मेंस बायो मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने का है. भविष्य इससे जुड़ा रहने वाला है.
बीते 100 दिन में ग्रीन एनर्जी के लिए भी कई बड़े फैसले लिए गए. हमने ऑफ शोर विंड एनर्जी प्रोजेक्ट के लिए वायबिलिटी गैप फंडिंग की योजना बनाई गई. भारत आने वाले समय में 31,000 MW हाइड्रो पावर जनरेट करने पर भी काम कर रहा है.
हमारे लिए ग्रीन फ्यूचर और नेट जीरो महज शब्द नहीं हैं. ये देश की जरूरत हैं और हम इन्हें हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. सरकार अयोध्या और अन्य 16 शहरों को मॉडल सोलर सिटीज के तौर पर डेवलप करने की कोशिश कर रही है.
प्रधानमंत्री ने सोमवार को सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना के लाभार्थियों से भी मुलाकात की. इसके लिए वे सुबह करीब 10 बजे गांधीनगर में वावोल की शालिन-2 सोसायटी पहुंचे. यहां उनकी मुलाकात केंद्र की महत्वकांक्षी योजना के तहत घर की छत पर सोलर पैनल लगाने वाले लोगों से हुई. ये योजना 29 फरवरी को 75,021 करोड़ रुपये के आउटले के साथ लाई गई थी.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने रविवार रात को गांधीनगर में श्री सोमनाथ ट्रस्ट की मीटिंग की अध्यक्षता भी की. राजभवन में हुई इस मीटिंग में प्रधानमंत्री ने ट्रस्ट द्वारा किए गए विकास कार्य की समीक्षा की. बता दें जनवरी 2021 में प्रधानमंत्री मोदी को केशुभाई पटेल के निधन के बाद ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाया गया था.