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निखिल कामत के पॉडकास्ट शो में पहुंचे PM मोदी; बोले- राजनीति मिशन पर आधारित होनी चाहिए, व्यक्तिगत महत्वाकांक्षा पर नहीं

एक सफल प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रतिबद्ध होना और जनता के लिए हमेशा मौजूद होना जरूरी है, साथ ही एक अच्छा टीम प्लेयर होना भी जरूरी है: प्रधानमंत्री मोदी
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी07:23 PM IST, 10 Jan 2025NDTV Profit हिंदी
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीरोधा के को-फाउंडर निखिल कामत के शो में शिरकत की. प्रधानमंत्री का अब तक का पहला प्री रिकॉर्डेड पॉडकास्ट इंटरव्यू रविवार को चलाया गया. इसमें प्रधानमंत्री ने तमाम मुद्दों पर खुलकर बातचीत की.

निखिल कामत की 'People By WTF' सीरीज में गेस्ट के तौर पर पहुंचे प्रधानमंत्री ने कहा, 'एक सफल प्रधानमंत्री बनने के लिए प्रतिबद्ध होना और जनता के लिए हमेशा मौजूद होना जरूरी है, साथ ही एक अच्छा टीम प्लेयर होना भी जरूरी है.'

अगर आप अहंकारी हो जाते हैं, सबकुछ खुद ही करना चाहते हैं और सभी से आपकी आज्ञा का पालन करवाना चाहते हैं, तो ऐसा तो हो सकता है कि आप चुनाव जीतते हों, लेकिन ऐसा कर कोई भी सफल राजनेता नहीं बन सकता.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

आजादी के आंदोलन पर प्रकाश डालते हुए PM ने कहा कि आंदोलन में सभी क्षेत्रों से लोगों ने सहभागिता की थी, हालांकि सब राजनीति में नहीं आए. कुछ लोगों ने शैक्षणिक क्षेत्र में योगदान दिया, तो कुछ ने खादी को प्रोत्साहन दिया और कुछ लोगों ने आदिवासियों की भलाई के लिए काम किया.

अच्छे लोगों का राजनीति में आना जरूरी

PM ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन देशभक्ति से आगे बढ़ा था, हर कोई उसको लेकर जुनूनी था. वे भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए हर कीमत चुकाने को तैयार थे. जब भारत को आजादी मिल गई, तो कुछ लोग राजनीति में भी आए और देश ने कई बड़े नेताओं का उभार देखा. अच्छे लोगों को राजनीति में आते रहना चाहिए, लेकिन उन्हें महत्वाकांक्षाओं के बजाए एक मिशन लेकर चलना चाहिए. अगर कोई एक मिशन के साथ राजनीति में आता है, तो वे अपनी सही जगह बना लेंगे और हमेशा उनकी महत्वाकांक्षाओं के ऊपर उनके मिशन को वरीयता देनी चाहिए.

PM ने महात्मा गांधी का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर हम आज के आधुनिक पैमानों पर एक नेता की व्याख्या करें, तो खुद गांधी उसमें फिट नहीं होंगे. वे शारीरिक तौर पर बहुत मजबूत नहीं थे, ना ही वे अच्चे वक्ता थे, उनमें नेतृत्व वाली कई खूबियां भी नहीं थीं. लेकिन उनका जीवन और उनके काम उनका परिचय देते हैं. उसी आंतरिक बल के चलते वे ऐसे मजबूत नेता बने, जिन्होंने पूरे देश को एक कर दिया.

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