अयोध्या के भव्य राम मंदिर (Ram Mandir) में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने 84 सेकेंड के अभिजीत मुहूर्त में वैदिक मंत्रोच्चार और शंखनाद के बीच पूरे विधि-विधान के साथ प्राण-प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पूरा किया.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद प्रभु श्री राम की आंखों में बंधी पट्टी को खोला गया और प्रधानमंत्री ने रामलला की आंखों में काजल लगाई. रामलला अपने भव्य मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो चुके हैं. काशी के पंडित लक्ष्मीकांत दीक्षित इस पूरे कार्यक्रम के मुख्य पूजारी थे.
प्राण प्रतिष्ठा के बाद मुख्य यजमान के रूप में प्रधानमंत्री ने मोदी ने रामलला की आरती भी की. मंदिर के भीतर जब ये विधि पूरी हो रही थी तब मंदिर परिसर में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा की गई.
प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और संघ मोहन भागवत मौजूद रहे. इनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने भी इस अनुष्ठान के दौरान गर्भगृह में रहे.
प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के आखिरी दिन के मुख्य यजमान प्रधानमंत्री थे, मगर प्राण प्रतिष्ठा की विधि सात दिन तक चलती है. सात दिन तक किसी न किसी को बैठ कर पूजा करनी है. प्रधानमंत्री के लिए ये संभव नहीं था. इसलिए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य और संघ के पुराने स्वयंसेवक डॉक्टर अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी को यजमान की विधि के लिए चुना गया. उन्होंने 7 दिन तक प्राण प्रतिष्ठा की सभी विधि को पूरा किया. आखिरी दिन प्रधानमंत्री ने मुख्य यजमान बनकर इस विधि को पूरा किया.
इस मौके पर 8 हजार से ज्यादा VIP अयोध्या में मौजूद थे.इसमें खेल,विज्ञान, कला, उद्योग जगत समेत कई अलग अलग क्षेत्रों की नामचीन हस्तियां हिस्सा लिया.
इसमें पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रतिभा पाटिल, पूर्व उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, पूर्व स्पीकर मीरा कुमार, सुमित्रा महाजन, उद्योग जगत से मुकेश अंबानी और नीता अंबानी, लक्ष्मी निवास मित्तल, नुस्ली वाडिया,गौतम अदाणी, अजय पीरामल, अनिल अग्रवाल, रेखा झुनझुनवाला, आदि गोदरेज, L&T के चेयरमैन AM नाइक, सुधा मूर्ति, सुनील मित्तल शामिल हुए.
खेल जगत से सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, के शिवन, रवींद्र जडेजा, PT ऊषा, सुनील गावस्कर, सायना नेहवाल शामिल हैं, जबकि विज्ञान क्षेत्र से के कस्तूरीरंगन, मेट्रोमैन ई. श्रीधरन शिक्षाविद TV मोहनदास पई ने शिरकत की.
कला क्षेत्र से अमिताभ बच्चन और अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, हेमा मालिनी, आशा भोसले, उषा मंगेशकर, अरुण गोविल, प्रसून जोशी, शंकर महादेवन, सुभाष घई, अनुराधा पौडवाल, सैन्य सेवा से मनोज मुकुंद नरवणे,एस पद्मनाभन, राम मंदिर के वास्तुकार चंद्रकांत भाई सोमपुरा हैं. न्याय जगत से डी वाई चंद्रचूड़ शरद अरविंद बोबड़े, यू आर ललित, महेश जेठमलानी, तुषार मेहता, अरुण पुरी, रामलला के वकील रहे रविशंकर प्रसाद शामिल हुए.