ADVERTISEMENT

Monsoon: एक दिन पहले ही केरल पहुंचा मॉनसून, जानिए आपके राज्‍य में कब होगी राहत की बारिश

भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 31 मई को दक्षिण भारत में माॅनसून के आगमन का पूर्वानुमान लगाया था, लेकिन मॉनसून 30 मई को ही केरल पहुंच गया.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी01:57 PM IST, 30 May 2024NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

Monsoon in India: भीषण गर्मी से परेशान लोगों के लिए राहत भरी खबर है. केरल और पूर्वोत्तर भारत के रास्‍ते देश में मॉनसून की एंट्री हो गई है. आने वाले कुछ दिनों में धूप से तप रहे उत्तर भारत में भी बारिश होने की उम्‍मीद है.

मौसम विभाग के पूर्वानुमान की तारीख (31 मई) से एक दिन पहले गुरुवार को ही दक्षिण-पश्चिम माॅनसून केरल तट और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में पहुंचा. माॅनसून आमतौर पर 1 जून तक केरल, जबकि 5 जून तक नॉर्थ-ईस्‍ट (अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम) में आ जाता है.

IMD ने X पर पोस्ट किया, 'दक्षिण-पश्चिम माॅनसून केरल में आ गया है और आज पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ गया है.'

15 मई को, भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने 31 मई को दक्षिण भारत में माॅनसून के आगमन का पूर्वानुमान लगाया था. हालांकि बाद में 29 मई को IMD ने कहा था कि 30 मई को केरल तट और पूर्वोत्तर के कुछ हिस्सों में मॉनसून पहुंच सकता है.

कब होती है मॉनसून के एंट्री की घोषणा?

जब केरल और आस-पास के क्षेत्रों में 14 मौसम केंद्रों पर 10 मई के बाद से किसी भी समय लगातार दो दिनों तक 2.5 मिमी या उससे अधिक बारिश होती है, दक्षिण-पश्चिम की ओर से हवा चलती है और यदि बाहर जाने वाली लॉन्‍गवेस रेडिएशन कम रहती है तो इन परिस्थितियों में IMD केरल में माॅनसून के आगमन की घोषणा करता है.

IMD के आंकड़ों के अनुसार, माॅनसून के आगमन से पहले केरल में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हुई है, जिसके चलते मई में अतिरिक्त बारिश रिकॉर्ड की गई.

पूर्वोत्तर में जल्‍दी कैसे पहुंच गया मॉनसून?

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ये वेदर सिस्‍टम, रेमल साइक्‍लोन से प्रभावित था, जिसने इस हफ्ते की शुरुआत में पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में तबाही मचाई. रेमल साइक्‍लोन ने माॅनसून के प्रवाह को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया था, जिसके कारण पूर्वोत्तर में माॅनसून जल्दी आ गया.

आपके राज्‍य में कब तक पहुंचेगा मॉनसून?

केरल में मॉनसून की एंट्री के साथ ही IMD ने मॉनसून मैप जारी किया है, जिसमें ये बताया गया है कि देश के दूसरे राज्यों में मॉनसून कब पहुंचेगा. इस मैप के अनुसार दक्षिण के बाकी राज्यों में 1 जून से 10 जून के बीच मॉनसून के पहुंचने की संभावना है. राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां 30 जून तक मॉनसून के पहुंचने की संभावना है, वहीं राजस्थान में 25 जून से लेकर 5 जुलाई के बीच मॉनसून पहुंच सकता है.

IMD के मुताबिक, मध्य प्रदेश में मॉनसून 15 जून से 25 जून के बीच बारिश करा सकता है. वहीं उत्तर प्रदेश में मॉनसून 20 जून से 25 जून के बीच पहुंचने की उम्मीद है. बिहार और झारखंड की बात करें तो यहां 15 जून तक मॉनसून की पहली बारिश हो सकती है. मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार मॉनसून के आने में एक से दो दिन की देरी या जल्दी दिख जाती है. ऐसे में इन तय तारीखों में बदलाव संभव है.

भारी बारिश का अनुमान

वैज्ञानिकों ने कहा कि वर्तमान में अल नीनो की स्थिति बनी हुई है, लेकिन अगस्त-सितंबर तक ला नीना की स्थिति बन सकती है. अल नीनो, मध्य प्रशांत महासागर में सतही जल के समय-समय पर गर्म होने की विशेषता है, जो भारत में कमजोर माॅनसूनी हवाओं और शुष्क परिस्थितियों से जुड़ा है. इसके विपरीत, ला नीना माॅनसून में भारी बारिश कराता है.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT