प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में बड़ा बदलाव हुआ है. केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू और कानून राज्यमंत्री SP सिंह बघेल का मंत्रालय बदल दिया गया है. कानून मंत्रालय अब अर्जुन राम मेघवाल को सौंप दिया गया है. रिजिजू को भू-विज्ञान मंत्रालय सौंपा गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कैबिनेट में बदलाव को मंजूरी दे दी है.
अर्जुन राम मेघवाल, कानून और न्याय मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में स्वतंत्र प्रभार संभालेंगे. उनके पास मौजूदा मंत्रालयों का भी प्रभार रहेगा.
कैबिनेट में एक और फेरबदल हुआ है. कानून और न्याय मंत्रालय में राज्यमंत्री SP सिंह बघेल से भी ये प्रभार वापस ले लिया गया है. उन्हें कानून राज्यमंत्री के पद से हटाकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में राज्यमंत्री का जिम्मा सौंपा गया है.
राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने SP सिंह बघेल को कानून और न्याय मंत्रालय में राज्यमंत्री के स्थान पर स्वास्थ और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया है.
पिछले कुछ समय से कॉलेजियम सिस्टम और रिटायर्ड जजों पर टिप्पणियों को लेकर चर्चा में बने हुए थे. रिजिजू ने कॉलेजियम सिस्टम को लेकर भी कहा था कि देश में कोई किसी को चेतावनी नहीं दे सकता है. देश में सभी लोग संविधान के हिसाब से काम करते हैं. इसके अलावा भी उन्होंने कुछ सख्त टिप्पणियां की थी. बताया जाता है कि कानून मंत्री के इस व्यवहार से सुप्रीम कोर्ट खफा भी था.
किरेन रिजिजू 'अरुणाचल पश्चिम' लोकसभा सीट से सांसद हैं. 19 नवंबर, 1971 को 'वेस्ट कामेंग' में जन्में रिजिजू के पास दिल्ली यूनिवर्सिटी से कानून की डिग्री है. 2004 में उन्होंने पहली बार आम चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी, हालांकि 2009 में वो हार गए थे. फिर 2014 में जीते तो PM मोदी की कैबिनेट में गृह राज्य मंत्री बनाए गए थे.
2019 में जीत के बाद दूसरे कार्यकाल में उन्हें खेल मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया था. फिर जुलाई 2021 में जब कैबिनेट विस्तार हुआ तो रविशंकर प्रसाद की जगह उन्हें कानून मंत्री बनाया गया था. अब उनसे ये मंत्रालय लेकर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय दिया गया है. मंत्रालय बदलने के तुरंत बाद रिजिजू ने अपना ट्विटर बायो बदल दिया है.
अर्जुन राम मेघवाल बीकानेर से सांसद हैं और 2009 से ही वो चुनाव जीतते आ रहे हैं. बीकानेर के डूंगर कॉलेज से उन्होंने BA और LLB की पढ़ाई की है. इस कॉलेज से मास्टर्स के बाद उन्होंने फिलीपींस से MBA भी किया है. वो राजस्थान कैडर के IAS अधिकारी रहे हैं. राजस्थान में अनुसूचित जाति के चेहरे के तौर पर देखा जाता है. ऐसे में BJP सरकार के इस फैसले को राजस्थान चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है.
मेघवाल को 2013 में सर्वश्रेष्ठ सांसद का पुरस्कार दिया गया था. मई 2019 में BJP की बड़ी जीत के बाद उन्हें संसदीय मामलों के मंत्री के अलावा भारी उद्योग और सार्वजनिक उद्यम राज्य मंत्री बनाया गया था. अब उन्हें कानून मंत्रालय का भी प्रभार दिया गया है.