देश में UPI के कदम इस रफ्तार से बढ़ रहे हैं कि हर गुजरते महीने के साथ ट्रांजैक्शंस की संख्या में कई करोड़ की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. RBI के जून बुलेटिन (RBI Bulletin) के मुताबिक अगले पांच साल में कुल रिटेल डिजिटल ट्रांजैक्शन (Retail Digital Transaction) में से 90% UPI के जरिए होंगे. आपको बता दें कि वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान ये आंकड़ा 75.6% रहा है. यानी, आने वाले 5 साल में इसमें करीब 15% का इजाफा देखने को मिल सकता है.
रिपोर्ट के मुताबिक मई 2023 में सालाना आधार पर UPI पेमेंट के ट्रांजैक्शन्स की संख्या में 143% की ग्रोथ हुई है. 2022-23 में कुल 940 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए.
डिजिटल ट्रांजैक्शन से जुड़े अहम प्वाइंट:
मई में UPI द्वारा किए गए कुल ट्रांजैक्शन में पर्सन टू मर्चेंट (P2M) पेमेंट की हिस्सेदारी बढ़कर 57% हो गई है.
मई में QR कोड के जरिए UPI ट्रांजैक्शन में 2022-23 में पिछली मई की तुलना में 44% की वृद्धि दर्ज हुई है.
मई में PoS (प्वाइंट ऑफ सेल) ट्रांजैक्शन, पिछले साल की मई की तुलना में 27% बढ़ा है.
RBI बुलेटिन के मुताबिक, अगले पांच साल में नए क्रेडिट कार्ड 21% CAGR की दर से जारी होंगे.
अब रूपे प्रीपेड फॉरेक्स पे कार्ड, बैंक भी जारी कर सकेंगे. इस तरह इनका उपयोग विदेश जाने वाले लोग ATM, PoS और ऑनलाइन मर्चेंट के जरिए भी कर पाएंगे.
NPCI (National Payment Corporation of India) के मुताबिक डिजिटल ट्रांजैक्शन की कुल वैल्यू मई में 14.3 लाख करोड़ रुपये रही है, जो एक साल पहले के मुकाबले 37% ज्यादा है.