महेश लांगा यूं तो पत्रकार है, मगर पुलिस के मुताबिक इसका मुख्य काम या आमदनी का जरिए मनी लॉन्ड्रिंग है. इस मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ध्रुवी एंटरप्राइजेज नाम की कंपनी का इस्तेमाल किया गया, जिसके जरिए फर्जी बिल बनाए गए और हवाला नेटवर्क के जरिए कमीशन लेकर कैश को घुमाया गया.
अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर जीएस मलिक ने बताया कि आयकर विभाग के दस्तावेजों के हिसाब से FY23 में महेश लांगा की आय 9.48 लाख रुपये और उनकी पत्नी की आय 6 लाख रुपये थी, मगर वो धूमने विदेश जाते थे और फाइव-स्टार होटलों में रुकते थे.
महेश लांगा एक दूसरी कंपनी DA एंटरप्राइजेज के लिए बिजनेस लेकर आते थे. इस कंपनी का FY21 में 21 लाख का टर्नओवर था. महेश लांगा ने 2021 में इस कंपनी से विनुभाई पटेल का नाम निकलवा दिया. 9 अक्तूबर 2021 को महेश लांगा ने इसमें अपनी पत्नी कविता लांगा को को-ऑनर बनाया.ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कंपनी के लिए बिजनेस लाने का काम महेश लांगा का था, इसलिए मुनाफे में उसे ज्यादा से ज्यादा हिस्सा मिलना चाहिए.
दिलचस्प ये है कि DA एंटरप्राइजेज का FY21 में 21 लाख का टर्नओवर था, मगर FY23 में इसका टर्नओवर बढ़कर 6.7 करोड़ रुपये हो गया था. सच ये है कि DA एंटरप्राइजेज को महेश लांगा ही चलाता था.
अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने इस कंपनी के दफ्तर के बेहिसाब कैश जब्त किया गया है. कंपनी दूसरी शैल कंपनियों (फर्जी कंपनियों) के जरिए बेनामी ट्रांजैक्शन करती थी. जब मामले में पूछताछ की गई तो इन ट्रांजैक्शंस की सत्यता प्रमाणित नहीं हो पाई.
पुलिस ने अब तक कुल 139 बयान दर्ज किए हैं और 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने धोखाधड़ी के उद्देश्य से जाली दस्तावेजों का उपयोग करके ध्रुवी एंटरप्राइजेज बनाई थी, DA एंटरप्राइजेज 20 जुलाई 2020 को रजिस्टर्ड किया गया था.