एक बड़ा सिनेमा हॉल हो और उसमें 100 सीटें हों, पर फिल्म देखने वाले सिर्फ 20 लोग, ये किसी फ्लॉप फिल्म का हाल नहीं है. ये हाल बीते 2 साल से भारत के सबसे बड़े मूवी चैन PVR Inox का है.
ओटीटी (OTT) प्लेटफॉर्म सिनेमाघरों में इस तरह के नजारें के लिए आलोचना झेल रहे हैं, लेकिन NDTV Profit के पोल में लगभग आधे लोग अभी भी बड़े स्क्रीन का अनुभव चाहते हैं.
तो, असली समस्या कहां है? ऐसा लगता है कि इसका जवाब बताई जा रही कहानियों में छिपा है. NDTV Profit के किए गए पोल में 1,102 लोगों में से कुल 86% का मानना है कि बॉलीवुड का कंटेंट अब पहले जैसा नहीं रहा.
ऑरमैक्स मीडिया के अनुसार, हिंदी भाषा की फिल्मों के ग्रॉस बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में 2024 में 13% की एनुअल गिरावट देखी गई है, जो 5,380 करोड़ रुपये रही. जबकि तेलुगु, गुजराती और मलयालम फिल्मों में 4% की ग्रोथ देखी गई है, जो 104% थी.
हालांकि कुछ भाषाओं में हिंदी फिल्मों की तुलना में ज्यादा गिरावट देखी गई है, लेकिन ये ध्यान रखना जरूरी है कि हिंदी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर 44% हिस्सा है, जबकि अन्य का 2% से 16% हिस्सा है.
तस्वीर तब और भी खराब हो जाती है जब ओरिजनल हिंदी कंटेंट की कमी देखने को मिलती है. 2024 में घरेलू हिंदी बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का सिर्फ 60% हिस्सा ओरिजनल हिंदी भाषा की फिल्मों से आया है, जबकि बाकी हिंदी डब की गई फिल्मों से आया है. तो वहीं 2023 में बॉक्स ऑफिस कलेक्शन में ओरिजनल हिंदी भाषा की फिल्मों का हिस्सा 94% था.
इसके अलावा, 2024 में हिंदी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस हिस्सा 40% रहा जब्कि 2023 में ये 44% था और 2015 में 45% था.
हालांकि कुल मिलाकर हिंदी फिल्मों ने सबसे ज्यादा बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया है, लेकिन जब भाषा के हिसाब से विश्लेषण किया जाए, तो सबसे ज्यादा कमाई करने वाली 15 हिंदी फिल्मों में से सिर्फ 5 ही ओरिजनल हिंदी भाषा की फिल्में थीं. बाकी या तो अंतरराष्ट्रीय (international) या किसी और भारतीय भाषा से डब की गई फिल्में थीं.
2024 में सिर्फ 6 ओरिजनल हिंदी फिल्में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर पाईं थी, जबकि 2023 में सिर्फ 16 फिल्में ही 100 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर पाईं थी.
NDTV Profit के पोल के अनुसार, 54% लोगों ने कहा कि अब बॉलीवुड में कंटेंट के बजाय 'मार्केटिंग' ही सबसे ज्यादा लोकप्रिय है.
दरअसल, 2024 में कुछ नई फिल्मों के बजाय पुरानी बॉलीवुड फिल्मों की री-रिलीज ने ज्यादा कमाई की है. उदाहरण के लिए, सनम तेरी कसम और तुम्बाड जैसी फिल्मों ने सीमित समय के लिए ही पर्दे होने के बावजूद 30 से 50 करोड़ रुपये की कमाई की.
एक और पोल में ये भी पता चला कि 42% लोग थिएटर में फिल्म देखने जाते हैं, लेकिन 58% लोग उसी फिल्म के OTT प्लेटफॉर्म पर आने का इंतजार करना पसंद करते हैं और फिर उसे देखना पसंद करते हैं.
2024 में, कुल ग्रॉस बॉक्स कलेक्शन 11,833 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की तुलना में 4% की गिरावट को दर्शाता है. ये आंकड़ा 110 फिल्मों के बड़े पर्दे पर रिलीज होने और 10 करोड़ रुपये से ज्यादा का कलेक्शन करने के बावजूद आई है. ये कम से कम 2018 के बाद से सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली फिल्मों की सबसे ज्यादा संख्या थी.
और अगर किसी को OTT कंटेंट के ज्यादा वॉल्यूम को दोष देना है, तो 2024 में यहां ओरिजनल स्ट्रीमिंग कंटेंट की संख्या 315 थी. लेकिन ये आंकड़ा 2020 के बाद से किसी साल में रिलीज होने वाले ओरिजिनल कंटेट में सबसे कम है.