जब ज्यादातर मेट्रो शहर खासतौर पर राजधानी दिल्ली वायु प्रदुषण (Air Pollution) से परेशान हैं. ऐसे में जीरोधा (Zerodha) के को-फाउंडर नितिन कामत (Nithin Kamath) ने पानी और हवा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए एक इनोवेटिव आइडिया का सुझाव दिया है.
उनका सुझाव है कि प्रॉपर्टी की कीमतों को संबंधित जगहों से लिंक किया जाना चाहिए. उनके इस आइडिया से सोशल मीडिया पर बड़ी बहस शुरू हो गई है.
कामत ने रविवार को एक डराने वाला डेटा शेयर किया कि कैसे वायु प्रदूषण से पिछले कुछ सालों में देश में लाखों लोगों की जान गई है.
कामत ने X पर एक पोस्ट में लिखा, 'आपको ये सोचना पड़ेगा कि प्रदूषण को गंभीरता से लेने के लिए हमें क्या करना पड़ेगा. ये डेटा सिर्फ 2019 तक का है और पिछले पांच सालों में चीजें और खराब हुईं हैं.'
कामत ने हवा और पानी की गुणवत्ता के लिए प्रॉपर्टी की कीमतों में डिस्काउंट का सुझाव दिया. उनके मुताबिक आर्थिक प्रोत्साहन जैसे प्रॉपर्टी की कीमतों में डिस्काउंट के बाद पर्यावरण को साफ रखने को लेकर एक्शन की मांग हो सकती है. उन्होंने कहा कि खास तौर पर हवा और पानी की गुणवत्ता प्रॉपर्टी की कीमतों को तय करती है.
कामत ने ये भी कहा कि उदाहरण के तौर पर अगर मेरी प्रॉपर्टी JP नगर में है और मैं उसके लेआउट की चिंता करता हूं और फिर पूरे JP नगर की, तो बेहतर नतीजा मिलेगा.
कामत के इस अलग आइडिया के बाद इंटरनेट पर बहस शुरू हो गई. यूजर्स ने अपने खुद से सुझाव लाना शुरू कर दिया. एक यूजर ने कहा कि इसमें से 40% वाहनों की वजह से है. एक लाख एसी इलेक्ट्रिक बसों को चलाकर प्रदूषण पर बड़ा असर हो सकता है. हमारे पास इच्छा है, अब इसे तेज रफ्तार के साथ लागू करने की जरूरत है.
एक अन्य यूजर ने लिखा कि ये सच है कि रियल एस्टेट की असल कीमत घट जाती है जब व्यक्ति को पता चलता है कि वो प्रदूषित हवा में सांस ले रहा है और उसका जीवन घट रहा है. और इसके लिए वो करोड़ों रुपये खर्च कर रहा है.